पेगासस जासूसी व अन्य मसलों पर संसद के दोनों सदनों में हंगामा जारी है। सोमवार को भी विपक्षी दलों के सांसदों ने कार्यवाही शुरू होते ही दोनों सदनों में इस मुद्दे पर नारेबाज़ी की और हंगामा और शोरगुल हुआ। इस वजह से राज्यसभा और लोकसभा को पहले दिन में कई बार और बाद में दिन भर के लिए स्थगित करना पड़ा।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि केंद्र सरकार चाहती है कि संसद में हंगामा होता रहे, जिससे वे अपने बिल पास करा लें और महंगाई, कोरोना, पेट्रोल-डीजल की बढ़ी क़ीमतों पर चर्चा न हो सके।
लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने एएनआई से कहा कि केंद्र सरकार आख़िर पेगासस जासूसी मामले पर चर्चा करने से क्यों डर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार को इस मुद्दे पर चर्चा करानी चाहिए।
हर दिन हो रहा हंगामा
मानसून सत्र में हर दिन संसद के दोनों सदनों में जमकर हंगामा व शोरगुल हो रहा है। पेगासस जासूसी मामले और किसानों के मुद्दों को लेकर कांग्रेस समेत विपक्ष के हमलावर रूख़ के कारण सरकार बुरी तरह घिर गई है। बता दें कि बीते कई दिनों से संसद के दोनों सदनों में हंगामा हो रहा है। पेगासस जासूसी के अलावा किसान आंदोलन को लेकर भी संसद से सड़क तक माहौल बेहद गर्म है।
एकजुट हुआ विपक्ष
विपक्षी सांसदों ने बीते बुधवार को एक साथ आकर और प्रेस कॉन्फ्रेन्स कर अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं। प्रेस कॉन्फ्रेन्स में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा था कि केंद्र सरकार बताए कि उसने पेगासस का सॉफ्टवेयर खरीदा या नहीं और उसने अपने लोगों पर इसका इस्तेमाल किया या नहीं। उन्होंने कहा था कि हम सिर्फ़ इतना ही जानना चाहते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सांसदों की आवाज़ को दबाया जा रहा है। इस दौरान उनके साथ कई विपक्षी दलों के सांसद मौजूद थे।
जारी है ‘किसान संसद’
केंद्र सरकार के कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ आंदोलन कर रहे किसानों की संसद जारी है। इस संसद का आयोजन संसद से कुछ ही दूरी पर स्थित जंतर-मंतर पर किया जा रहा है। किसानों की यह संसद 13 अगस्त तक चलेगी। बारिश के बीच भी किसान आंदोलन और संसद में डटे हुए हैं।
विपक्षी दलों का मिला साथ
किसानों को विपक्षी राजनीतिक दलों की ओर से भी जोरदार समर्थन मिल रहा है। किसानों के आंदोलन को कांग्रेस, एनसीपी, टीएमसी, शिव सेना, डीएमके, जेएमएम, एसपी, आरजेडी, सीपीआई सहित तमाम विपक्षी दल समर्थन दे रहे हैं।
कांग्रेस के नेता राहुल गांधी सोमवार को ट्रैक्टर चलाकर संसद पहुंचे थे। राहुल गांधी के इस क़दम से कांग्रेस ने यह संदेश देने की कोशिश है कि वह किसानों की आवाज़ को पुरजोर तरीक़े से उठाती रहेगी।
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