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संसद सुरक्षा सेंधः इंजीनियर हिरासत में, पर सांसद से अब तक पूछताछ क्यों नहीं?

कर्नाटक के एक रिटायर्ड पुलिस अधिकारी के इंजीनियर बेटे को दिल्ली पुलिस ने संसद सुरक्षा उल्लंघन के सिलसिले में बुधवार देर रात बागलकोट में उसके घर से हिरासत में ले लिया। कथित आरोपी को दिल्ली लाया जा रहा है। 

दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि हिरासत में लिया गया साईकृष्ण जगली, आरोपी मनोरंजन डी का दोस्त है। मनोरंजन इस मामले के चार आरोपियों में से एक है, जो अब आतंकवाद विरोधी कानून, गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत आरोपों का सामना कर रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि साईकृष्णा और मनोरंजन बेंगलुरु इंजीनियरिंग कॉलेज में बैचमेट थे। पूछताछ के दौरान आरोपी ने कथित तौर पर साईकृष्णा का नाम लिया। 

इंजीनियर साईकृष्णा एक रिटायर्ड पुलिस उपाधीक्षक का बेटा है। वह अपने बागलकोट स्थित घर से काम कर रहे थे। उनकी बहन स्पंदा ने मीडिया से कहा है कि मेरे भाई ने "कोई ग़लती नहीं की है।" बहन ने कहा- "यह सच है कि दिल्ली पुलिस आई थी। मेरे भाई से पूछताछ की गई। हमने इस पूछताछ में पूरा सहयोग किया है। साईकृष्णा ने कुछ भी गलत नहीं किया है। वह और मनोरंजन रूममेट थे। अब मेरा भाई घर से काम करता है।"

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पिछले बुधवार को संसद में सुरक्षा उल्लंघन के मामले में अब तक कुल छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने पुलिस को बताया है कि उनका उद्देश्य मणिपुर अशांति, बेरोजगारी और किसानों के मुद्दों पर ध्यान आकर्षित करना था। हालाँकि, पुलिस ने कहा है कि वे सभी पहलुओं की जाँच कर रहे हैं।

गिरफ्तार आरोपियों में मनोरंजन और सागर शर्मा शामिल हैं, जिन्होंने लोकसभा में प्रदर्शन किया था। अमोल शिंदे और नीलम आज़ाद ने संसद के बाहर धुएं का इस्तेमाल किया। ललित झा को इस मामले का मास्टरमाइंड माना जाता है। आरोपी महेश कुमावत पर झा की कथित मदद का आरोप है। 

संसद में सागर शर्मा और मनोरंजन डी भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा का पास लेकर आए थे। सागर और मनोरंजन ने जब लोकसभा सदन के अंदर धुआं छोड़कर प्रदर्शन किया तो उनका पास भी वहां गिरा था, जिसे तमाम सांसदों ने देखा और पुलिस को सौंप दिया। घटना होते ही सभी को पता चल गया था कि पास भाजपा सांसद ने जारी किया था। दिल्ली पुलिस ने अभी तक पास जारी करने वाले प्रताप सिम्हा के खिलाफ कोई केस भी दर्ज नहीं किया है। संसद सुरक्षा मुद्दे पर सवाल उठाने वाले विपक्ष के 143 सांसद अभी तक दोनों सदनों से निलंबित हो चुके हैं लेकिन भाजपा सांसद से पुलिस पूछताछ की हिम्मत तक नहीं जुटा सकी है।
संसद सुरक्षा का उल्लंघन होने के बाद विपक्ष लगातार मांग कर रहा है कि संसद में इस पर चर्चा कराई जाए। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सदन में आकर बयान दें। इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह ने बाहर बयान दिया लेकिन न तो इस पर संसद के अंदर कोई बयान दिया और न ही सरकार ने विपक्ष के किसी नोटिस को चर्चा के लिए स्वीकार किया।
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संसद सुरक्षा उल्लंघन की घटना 13 दिसंबर को हुई थी। एक हफ्ते से ज्यादा हो चुके हैं। संसद से 143 सांसद निलंबित किए जा चुके हैं। लेकिन सरकार के पास इस बात का जवाब नहीं है कि वो इस मुद्दे पर संसद में चर्चा क्यों नहीं कराना चाहती। अलबत्ता इस दौरान संसद के बाहर टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने उपराष्ट्रपति की मिमिक्री कर दी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वीडियो बना लिया तो भाजपा ने इसे राष्ट्रीय मुद्दा बना दिया। अब सारा फोकस उपराष्ट्रपति की कथित बेइज्जती पर है। इस घटना को खुद उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने जाट और किसान की अस्मिता से जोड़ दिया है। 
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क़मर वहीद नक़वी
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