कश्मीर पर बौखलाए पाकिस्तान ने कहा है कि वह अब दोनों देशों के बीच चलने वाली थार एक्सप्रेस का परिचालन रोक देगा। पाकिस्तान ने इसके एक दिन पहले ही दिल्ली और लाहौर के बीच चलने वाली समझौता एक्सप्रेस पर रोक लगा दी थी। थार एक्सप्रेस भारत के मुनाबाओ और पाकिस्तान स्थित खोकरापार रेलवे स्टेशनों को जोड़ती है।
एक लिंक ट्रेन जोधपुर के पास भगत की कोठी स्टेशन से चल कर 320 किलोमीटर दूर बाड़मेर स्थित मुनाबाओ तक जाती है। वहाँ से वह पाकिस्तान में प्रवेश करती है। वहाँ से वह कराची के नज़दीक खोकरापार तक जाती है। इस रूट पर सिंध मेल 1965 तक चलती थी। लेकिन भारत-पाकिस्तान लड़ाई के दौरान पाकिस्तान वायु सेना ने इस रूट पर हमला किया था। उसके बाद इस ट्रेन का परिचालन रोक दिया गया था।
यह रेल रूट बंद रही। लंबे समय के बाद 18 फरवरी 2006 को इस रूट पर थार लिंक एक्सप्रेस चलायी गयी। पाकिस्तान इसी ट्रेन को बंद करने की बात कह रहा है।
उत्तर पश्चिम रेलवे के प्रवक्ता गोपाल शर्मा ने कहा है कि उन्हें ट्रेन का परिचालन रोकने से जुड़ी कोई सूचना अब तक नहीं मिली है, लिहाज़ा ट्रेन समय पर ही चलेगी।
भारत सरकार ने समझौता एक्सप्रेस के परिचालन को रोकने के पाकिस्तानी फ़ैसले को एकतरफा कहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, 'यह एकतरफा निर्णय है। हमने इसके बारे में नहीं कहा था और हमें इस पर अफ़सोस है। दरअसल, पाकिस्तान पूरी दुनिया को यह दिखाना चाहता है कि दोनों देशों के बीच के रिश्ते ख़तरनाक स्थिति तक पहुँच चुके हैं।'
थार लिंक एक्सप्रेस अपने इलाक़े की बेहद लोकप्रिय ट्रेन है। सैकड़ों लोग हर हफ़्ते इसका इस्तेमाल करते हैं और भारत से पाकिस्तान या पाकिस्तान से भारत का सफर करते हैं। राजस्थान और सिंध में बसे परिवारों को जोड़ने में इस ट्रेन की अहम भूमिका होती है।
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