वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार 1 फरवरी को बिहार पर फोकस के साथ कृषि में बड़े सुधारों के अलावा मध्यम वर्ग के लिए आयकर राहत पर केंद्रित बड़े सुधारों की घोषणा की है। लेकिन घोषणाएं महज जुमले हैं। आम लोगों को जब इसका फायदा मिले, तभी यह सार्थक होगाः
दिल्ली में 2020 के दंगों से जुड़े एक मामले में अदालत ने एसएचओ के खिलाफ केस दर्ज करने का आदेश दिया है। इस भीषण दंगे की सैकड़ों कहानियां अब तक सामने आ चुकी हैं। जिनमें पुलिस अत्याचार के भी आरोप शामिल हैं।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शनिवार 1 फरवरी को आम बजट पेश करने वाली हैं। देश में बेरोजगारी के जो हालात हैं, उससे निपटने के तरीके पर मोदी सरकार इस बजट में कितना कर पाती है, यह देखा जाना चाहिए। वरिष्ठ पत्रकार और आर्थिक जानकार अनन्त मित्तल की टिप्पणीः
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को केंद्रीय बजट 2025-26 पेश करने वाली हैं। ऐसे में इस बात को लेकर सार्वजनिक चिंता बढ़ रही है कि क्या मोदी सरकार अपने नागरिकों पर ज्यादा टैक्स लगा रही है।
महाकुंभ में बुधवार को भगदड़ की दूसरी घटना भी हुई थी। ऐसा दावा कुछ प्रत्यक्षदर्शियों और मीडिया रिपोर्टों में किया गया है। अगर यह घटना सच है तो आंकड़ा निश्चित रूप से बढ़ेगा। लेकिन यूपी सरकार ने दूसरी भगदड़ की पुष्टि अभी तक नहीं की है। लेकिन सरकार पुष्टि करे न करे, सच छिप नहीं सकता, खासकर जो सबूत मौजूद हों।
महाकुंभ 2025 में हुई भगदड़ में कितनी मौतें हुईं। यूपी सरकार ने यह संख्या 30 बताई है। लेकिन मौके पर मौजूद एक रिपोर्टर ने 40 की संख्या बताई है। हालांकि कई लोग तो इसे 50 से भी ऊपर बता रहे हैं। सैकड़ों लापता लोगों का अभी भी पता नहीं है। कई चश्मदीदों ने और भी तथ्य बताये हैं। कई वीडियो दहलाने वाले हैं।
कनाडा के एक आयोग की रिपोर्ट से प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो अब शर्मसार हो रहे होंगे। कनाडा में मारे गये खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर ट्रूडो ने भारत पर तमाम आरोप लगाये थे। अब वहां के एक आयोग ने कहा कि किसी भी अन्य देश की इस हत्या में कोई भूमिका नहीं है।
महाकुंभ इलाहाबाद में 1954 में भी भगदड़ मची थी। 800 लोग मारे गए थे। पीएम मोदी ने 2019 में एक रैली में नेहरू को 1954 में हुई भगदड़ के लिए जिम्मेदार ठहराया था और आरोप लगाया था कि उस समय की खबरों को दबा दिया गया। क्या आज मोदी अपने उस आरोप को याद करना चाहेंगे, जब मौत की सही संख्या छिपाई जा रही है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत सहित कई देशों पर जबरदस्त टैरिफ लगाने की धमकी दी थी। पूरे चुनाव प्रचार के दौरान ट्रम्प ने इसे एक तरह से मुद्दा बना दिया था। अब भारत अमेरिका से आने वाली कुछ वस्तुओं पर ड्यूटी (टैक्स) घटाने जा रहा है।
महाकुंभ भगदड़ पर केंद्र की मोदी सरकार और यूपी की योगी सरकार बुरी तरह घिर गई है। तमाम विपक्षी दलों ने सरकारी बदइंतजामी, वीवीआईपी आवाजाही को इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया है। यह भी जानिये कि योगी और मोदी ने क्या फरमाया हैः
महाकुंभ प्रयागराज में कम से कम 15 मौतों की खबर आ रही है। लेकिन इन मौतों के लिए जिम्मेदार कौन है। यह सवाल पूछा जाना इस समय वाजिब है। क्या इन मौतों के लिए वो वीआईपी जिम्मेदार हैं, जिनकी सेवा में योगी आदित्यनाथ सरकार जुटी हुई थी।
महाकुंभ में बुधवार तड़के हुई भगदड़ को लेकर तमाम भयावह कहानियां प्रत्यक्षदर्शी बता रहे हैं। हर एक की अपनी कहानी है। कोई कह रहा है कि वो 10 लोग थे, अब सिर्फ दो बचे हैं। शेष 8 कहां गये, पता नहीं।
एक और पड़ोसी मुल्क से भारत की तनातनी मंगलवार को बढ़ गई। श्रीलंका की नेवी ने भारतीय मछुआरों पर फायरिंग की। भारत को इस पर इतना गुस्सा आया कि उसने श्रीलंका के दूत को दिल्ली में तलब कर लिया। हाल ही में श्रीलंका ने अडानी के साथ हुए समझौते को रद्द कर दिया था।