दिल्ली में रोहिंग्या का मुद्दा अचानक गंभीर हो गया। बुधवार को केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने रोहिंग्या शरणार्थियों को फ्लैट देने पर खुशी जताई तो केंद्रीय गृह मंत्रालय ने फौरन ही उसका खंडन कर दिया। विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) ने सरकार से कहा कि इस योजना को फौरन वापस लिया जाए।
रूढ़िवादी माने जाने वाले कुछ ग्रामीण क्षेत्रों और राज्यों में क्या शहरी क्षेत्रों और राज्यों की अपेक्षा पुरुषों व महिलाओं के ज़्यादा सेक्सुअल पार्टर हैं? जानिए, राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के आँकड़े क्या कहते हैं।
देश में गांधी जी के हत्यारे गोडसे और उसके गुरु सावरकर को स्थापित करने की कोशिशें तेज होती जा रही हैं। मुजफ्फरनगर में 15 अगस्त को तिरंगा यात्रा गोडसे के चित्र के साथ निकाली गई।
गैंगरेप पीड़ित बिलकीस बानो के पति याकूब पटेल बेमिसाल हैं। बिलकीस के साथ उनका संघर्ष अभी जारी है। उनके संघर्ष के बारे में इस रिपोर्ट से और जान सकते हैं।
गुजरात के 11 गैंगरेप दोषियों का जेल से बाहर आने पर सम्मान हुआ। क्या इन हालात के लिए देश का सिस्टम जिम्मेदार है? यह सिस्टम अदालत से लेकर सरकार तक फैला हुआ है। इन्हीं सवालों का जवाब तलाशती यह रिपोर्ट।
क्या देश में बोलने की आज़ादी पर किसी तरह का अंकुश है? आख़िर अंतरराष्ट्रीय लेखकों ने भारत में अभिव्यक्ति की आज़ादी को लेकर चिंता क्यों जताई है और राष्ट्रपति मुर्मू का आह्वान किया है?
जिस गुजरात में पूर्व आईपीएस संजीव भट्ट, एक्टिविस्ट तीस्ता सीतलवाड़, पूर्व डीजीपी बीआर श्रीकुमार आदि बंद हैं, उसी गुजरात में एक सरकारी छूट नीति के तहत बिलकीस बानो गैंगरेप के 11 दोषी सोमवार को जेल से बाहर आ गए हैं।
आरएसएस मुख्यालय नागपुर में 15 अगस्त 2022 को संघ प्रमुख मोहन भागवत ने तिरंगा फहराया और बड़ी-बड़ी बातें कीं। उनके भाषण का कुल सार यह था कि लोग देश और समाज से कुछ न मांगें लेकिन वो देश और समाज को क्या दे सकते हैं, उस पर विचार करें।
प्रधानमंत्री मोदी ने 15 अगस्त 2022 को लालकिले से अपने भाषण में बहुत सारी बातें कहीं। उनके भाषण में क्या गायब था और नए जुमलों का पुरानी बातों से क्या संबंध है, इसे जानिए सत्य हिन्दी पर।