खालिस्तान समर्थक नारे अभी तक पंजाब में ही लिखे जा रहे थे। लेकिन दिल्ली में पहली बार आज 19 जनवरी को ऐसी घटना हुई है। 26 जनवरी नजदीक है, ऐसे में देशविरोधी नारे राजधानी की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर रहे हैं।
एडिटर्स गिल्ड द्वारा
जारी बयान मौजूदा मसौदे पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि फेक न्यूज के
निर्धारण का अधिकार सरकार के हाथों में नहीं दिया जा सकता है, अगर ऐसा होता है तो इसके परिणामस्वरूप स्वतंत्र
प्रेस पर सेंसरशिप होगी।
देश में प्राइमरी स्कूल की पढ़ाई में जबरदस्त सुधार हुआ है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि स्कूलों में बच्चों ने पहले के मुकाबले ज्यादा एडमिशन लिया है। लड़कियां भी खूब पढ़ाई कर रही हैं। यह रिपोर्ट उस सर्वे पर आधारित है, जिसे कोविड 19 महामारी के बाद प्रथम फाउंडेशन ने तैयार किया है।
बीजेपी सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष ब्रजभूषण शरण सिंह के मामले में केंद्रीय खेल मंत्रालय ने 72 घंटे में रिपोर्ट तलब की है। देश के नामी पहलवानों ने बीजेपी सांसद पर महिला खिलाड़ियों के यौन शोषण का आरोप लगाया और जंतर मंतर पर धरना दिया। धरना आज गुरुवार को भी जारी है। जानिए पूरा घटनाक्रमः
पीएम मोदी के निर्देश पर बीजेपी की युवा शाखा ने चुनावी अभियान शुरू करने की घोषणा कर दी है। 20 जनवरी से बीजेपी की युवा शाखा के कार्यकर्ता गांव-गांव पहुंचने का कार्यक्रम शुरू करने जा रहे हैं।
लोकतंत्र में हर राजनीतिक दल को रैली करने का अधिकार है। कई बार वे जाति आधारित रैलियां भी करते हैं। उत्तर भारत में ऐसी रैलियां चुनाव के मद्देनजर ज्यादा होती हैं। इसे 2013 से यूपी के शख्स ने हाईकोर्ट में चैलेंज कर रखा है। हाईकोर्ट ने आज बुधवार को इस पर चुनाव आयोग, सरकार से हलफनामा मांगा है।
जिन तीन राज्यों में
चुनाव होने हैं उनमें त्रिपुरा सबसे अहम है। इसका कारण कि वर्तमान में वहां बीजेपी
की सरकार है। यह उत्तर पूर्व के किसी राज्य में उसकी पहली सरकार है।
विपक्षी दल उड़ान से पहले विमान का इमरजेंसी गेट खोल देने का आरोप बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या पर लगा रहे हैं। सुरक्षा नियमों के उल्लंघन के लिए क्या कार्रवाई हुई? जानिए, क्या-क्या आरोप लग रहे हैं।
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने आज बुधवार को बताया कि पंजाब में पाकिस्तानी ड्रोन से चीनी हथियार गिराए गए हैं। उस इलाके में बीएसएफ का तलाशी अभियान अभी जारी है।
दक्षिण भारत में कर्नाटक
इकलौता राज्य है, जहां वर्तमान में भाजपा की सरकार है। चुनावी जीत के
मामले में अपने शिखर पर चल रही भाजपा नहीं चाहती है कि अगले लोकसभा चुनाव से पहले
उसका दक्षिण का किला ढह जाए।