नूंह पुलिस ने 31 जुलाई की हिंसा के सिलसिले में कुछ रोहिंग्या शरणार्थियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि उसके पास इन लोगों के खिलाफ सबूत हैं। हालांकि गिरफ्तार रोहिंग्या रिक्शा चलाते हैं या कूड़ा बीनते हैं। लेकिन इस कहानी की आड़ में धार्मिक यात्रा में हथियार और तलवार लाने वाली कहानी दब गई है, धारा 144 तोड़कर हिन्दू पंचायत होने पर कोई सवाल नहीं उठा। आरोपी मोनू मानेसर और बिट्टू बजरंगी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं।