पंजाब में आतंकवाद के दौर में तरनतारन जिले में बलविंदर सिंह भिखीविंड, उनकी पत्नी और परिवार के अन्य लोगों ने अकेले आतंकवादियों का मुकाबला लंबे समय तक किया था। इंडिया टुडे ने उस दौर में इस परिवार पर कवर स्टोरी भी की थी। लेकिन मोदी सरकार ने शौर्य चक्र से सम्मानित इस परिवार का भत्ता ही रोक लिया था। इस पर दिल्ली हाईकोर्ट को दखल देना पड़ा और केंद्र सरकार से दस दिनों में पिछला बकाया भत्ता भी देने को कहाः