पिछले साल नवंबर में जिस तरह से जी20 वार्ता के दौरान पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच संक्षिप्त बातचीत हुई थी, अब ब्रिक्स के मौक़े पर भी ऐसा ही कुछ हुआ। जानिए, क्या हैं इसके मायने।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चंद्रयान - 3 के लैंडर को चंद्रमा की सतह पर सफलता पूर्वक उतरने पर वैज्ञानिकों को बधाई दी है। ब्रिक्स सम्मेलन के लिए दक्षिण अफ्रीका पहुंचे प्रधानमंत्री ने इस शानदार सफलता के तुरंत बाद वैज्ञानिकों और देश को संबोधित किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे और सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश से लेकर कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने वैज्ञानिकों को बधाई दी है।
भारत दुनिया का ऐसा चौथा देश बन गया है जिसने चांद पर सफल लैंडिंग करने में कामयाबी हासिल की है। वहीं चांद के दक्षिण ध्रुव पर पहुंचने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन चुका है।
20 जुलाई, 1969 को अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री नील नील आर्मस्ट्रांग चंद्र लैंडिंग मॉड्यूल ईगल से बाहर निकले और चंद्रमा की सतह पर चलने वाले पहले इंसान बन गए। चांद पर से धरती पर भेजे अपने संदेश में उन्होंने कहा था कि यह मनुष्य के लिए एक छोटा सा कदम है लेकिन मानव जाति के लिए एक लंबी छलांग है।
खबर है कि केंद्र की मोदी सरकार सभी जांच एजेंसियों के ऊपर एक मुख्य जांच अधिकारी (Chief Investigation Officer- CIO) की नियुक्ति पर विचार कर रही है। ईडी सहित सभी जांच एजेंसियां सीआईओ को रिपोर्ट करेंगी। यह खबर न्यू इंडियन एक्सप्रेस ने दी है। जा रहा है कि ये सारी कवायद ईडी चीफ संजय मिश्रा को एडजस्ट करने के लिए की जा रही है।
चंद्रयान 3 ने देश को एकजुट कर दिया है। मजहबों की दीवार टूट गई है। भारत में हर धर्म के लोग अपने-अपने ढंग से चंद्रयान 3 की सफलता के लिए इबादत कर रहे हैं। दुनिया में जहां भी भारतीय हैं, वे इस प्रार्थना को अंजाम दे रहे हैं। नफरत के माहौल में यह घटनाक्रम बहुत महत्वपूर्ण है।