कौन हैं मियां व्यापारी
स्थानीय भाषा में 'मियां' का तात्पर्य बंगाली भाषी मुसलमानों से है जो असम में रहते हैं लेकिन माना जाता है कि वे मूल रूप से बांग्लादेश से आए हैं। फरवरी 2021 में द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, असम के मुख्यमंत्री ने अक्सर मियां समुदाय को "बहुत सांप्रदायिक" होने के लिए कोसा है। उन्होंने उन पर असमिया संस्कृति और भाषा को विकृत करने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए उन्हें 'बाहरी' तक कहा है।बीबीसी की एक खबर के मुताबिक असम के मुख्यमंत्री ने कहा, "गुवाहाटी में मियां व्यापारी असमिया लोगों से सब्जियों के ऊंचे दाम वसूल रहे हैं, जबकि गांवों में सब्जियों की कीमत कम है। अगर आज असमिया व्यापारी सब्जियां बेच रहे होते, तो वे कभी भी अपने असमिया लोगों से अधिक कीमत नहीं वसूलते।"
ओवैसी का बयान
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष ओवैसी ने तीखा पलटवार किया। ओवैसी ने कहा- "देश में एक ऐसी मंडली है जिसके घर अगर भैंस दूध ना दे या मुर्ग़ी अंडा ना दे तो उसका इल्ज़ाम भी मियाँ जी पर ही लगा देंगे। शायद अपने “निजी” नाकामियों का ठीकरा भी मियाँ भाई के सर ही फोड़ते होंगे।आज कल मोदी जी की विदेशी मुसलमानों से गहरी यारी चल रही है, उन्हीं से कुछ टमाटर, पालक, आलू वगैरह माँग कर काम चला लीजिए।" पीएम मोदी आज यूएई की यात्रा पर हैं। ओवैसी ने पीएम की मुस्लिम बहुल देशों की हालिया यात्राओं का जिक्र करते हुए चुटकी ली।देश में एक ऐसी मंडिली है जिसके घर अगर भैंस दूध ना दे या मुर्ग़ी अण्डा ना दे तो उसका इल्ज़ाम भी मियाँ जी पर ही लगा देंगे। शायद अपने “निजी” नाकामियों का ठीकरा भी मियाँ भाई के सर ही फोड़ते होंगे।आज कल मोदी जी की विदेशी मुसलमानों से गहरी यारी चल रही है, उन्हीं से कुछ टमाटर, पालक, आलू… https://t.co/1MtjCnrmDT
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) July 14, 2023
अजमल ने कहा -सीएम ने कहा कि मियां समुदाय के लोगों को गुवाहाटी में सब्जियां और मसाले बेचने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इस तरह का बयान किसी राज्य के मुख्यमंत्री के लिए उचित नहीं है। वह राज्य के प्रमुख हैं। उनका इस तरह की टिप्पणी करना सही नहीं है। हम सीएम की टिप्पणी से निराश हैं।
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