loader

कपिल देव को वर्ल्ड कप फाइनल में आमंत्रण नहीं; जानें बीजेपी निशाने पर क्यों

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव के एक बयान को लेकर बवाल हो गया है। 1983 विश्व कप विजेता टीम के कप्तान रहे कपिल देव ने कहा है कि 'मुझे विश्व कप के लिए आमंत्रित नहीं किया गया'। उनके इस बयान को लेकर सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया हुई। विपक्षी दलों के नेताओं ने पूछा है कि क्या कपिल देव को महिला पहलवानों का साथ देने की सज़ा दी जा रही है?

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा है कि यह पूरी तरह से अस्वीकार्य और बेहद घटियापन है कि कपिल देव को अहमदाबाद में विश्व कप फाइनल के लिए क्रिकेट प्रतिष्ठान द्वारा आमंत्रित नहीं किया गया था। उन्होंने कहा, 'बेदी की तरह, कपिल देव भी अपनी बात कहने के लिए जाने जाते हैं और वह कुछ महीने पहले आंदोलनकारी महिला पहलवानों के समर्थन में खुलकर सामने आए थे।'

बता दें कि कपिल देव ने बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला पहलवानों का समर्थन किया था। कपिल देव ने उन पहलवानों के समर्थन में इंस्टा स्टोरी साझा की थी जिसमें उन्होंने महिला पहलवानों की तस्वीर साझा करते हुए सवाल किया था, ‘क्या इन्हें कभी न्याय मिल पाएगा?’

कपिल देव की अगुवाई में सुनील गावस्कर, मोहिंदर अमरनाथ, के श्रीकांत, सैयद किरमानी, यशपाल शर्मा, मदन लाल, बलविंदर सिंह संधू, संदीप पाटिल, कीर्ति आजाद और रोजर बिन्नी जैसे दिग्गजों ने महिला पहलवानों का समर्थन करते हुए उनसे मेडल को गंगा में नहीं बहाने का आग्रह किया था। उन्होंने बयान में कहा था, ‘पहलवानों के साथ जो हुआ वो गलत हुआ। उन्होंने देश का मान दुनियाभर में बढ़ाया है। उनकी बात को लेकर सरकार जल्द कोई फैसला करे। हम पहलवानों से आग्रह करते हैं कि वे इस मामले में जल्दबाजी में कोई फ़ैसला न लें। उम्मीद है कि पहलवानों की बात सरकार द्वारा सुनी जाएगी।’

ताज़ा ख़बरें

इसी मामले का ज़िक्र करते हुए कांग्रेस नेता नेट्टा डिसूजा ने पूछा है कि 'क्या कपिल देव जी को महिला पहलवानों का साथ देने की सज़ा दी जा रही है? भारत को पहली बार वर्ल्ड कप जिताने वाले लेजेंडरी कप्तान का अपमान क्यों?'

अद्वैद नाम के यूज़र ने ट्वीट किया है, 'कपिल देव महिला पहलवानों के लिए आवाज़ उठाने वाले पहले खिलाड़ियों में से एक थे। और कल उन्हें नहीं बल्कि एक फिल्म में उनका किरदार निभाने वाले अभिनेता को बुलाया गया था। अविश्वसनीय अहंकार और घटियापन।'

एक यूज़र ने अमित शाह और उनके बेटे जय शाह पर तंज कसते हुए लिखा है- 'ये वाले कपिल देव को नहीं बुलाना था बेटा'।
शिवसेना यूबीटी नेता संजय राउत ने कहा, 'वर्ल्ड कप फाइनल मैच में भारत के दिग्गज क्रिकेटर कपिल देव को नहीं बुलाया गया था। क्रिकेट आइकन का बेशर्मी से अपमान किया गया, भारत को अपमानित किया गया...। कितनी बड़ी शर्म की बात है? बीसीसीआई, आईसीसी को दुनिया को बताना चाहिए कि क्या उन्होंने भारत की सत्ताधारी पार्टी के दबाव में ऐसा किया? उन्हें पूरे क्रिकेट जगत को सफाई देनी चाहिए।'
देश से और ख़बरें

उनकी यह प्रतिक्रिया तब आई है जब कपिल देव ने एक सवाल के जवाब में बयान दिया। टीवी पर एक कार्यक्रम में उनसे पूछा गया था कि वह फाइनल मुक़ाबले में क्यों नहीं गये, वहाँ तो उनका सम्मान होना था, आपकी मौजूदगी होनी थी वहाँ पर? इस पर कपिल देव ने कहा, 'मुझे बुलाया तो इधर आ गया, उन्होंने नहीं बुलाया तो मैं नहीं गया। इतनी सी बात है बस। मैं तो चाहता था कि मेरी पूरी 1983 की टीम को बुलाते तो और भी बेहतर होता। लेकिन इतना काम चल रहा है... इतनी जिम्मेदारी है कि कभी-कभी लोग भूल जाते हैं।' 

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें