ओमिक्रॉन का खतरा बढ़ने पर दिल्ली सरकार ने शनिवार को 4 अस्पतालों को ओमिक्रॉन समर्पित सेंटर में बदलने की घोषणा की है।
ये अस्पताल हैं - सर गंगाराम अस्पताल, मैक्स साकेत, फोर्टिस वसंतकुंज और बत्रा अस्पताल तुगलकाबाद।
इसमें सिर्फ एक अस्पताल सरकारी है जबकि बाकी तीन प्राइवेट हैं।
दिल्ली सरकार ने कहा है कि ओमिक्रॉन से निपटने के लिए सारे इंतजाम कर लिए गए हैं।
मुंबई में तीनों टीके लेने के बावजूद बीमार
बीएमसी ने की पुष्टि
बृहन्मुंबई म्युनिसपल कॉरपोरेशन (बीएमसी) ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि उस व्यक्ति को अस्पताल में दाखिल कराया गया है, हालांकि उसमें कोरोना के लक्षण नहीं दिखे थे।
इसके साथ ही मुंबई में ओमिक्रॉन वैरिएंट से पीड़ित लोगों की संख्या 15 हो गई है। इनमें से 13 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। महाराष्ट्र में इस वैरिएंट से प्रभावित लोगों की संख्या 40 तक पहुंच गई है।
महाराष्ट्र में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 902 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या 66,47,840 हो गई। इसके अलावा 12 रोगियों की मौत के साथ ही मृतकों की तादाद 1,41,329 तक पहुँच चुकी है।
क्या कहा डब्लूएचओ ने?
विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि टीके के असर को कम करता है। हालांकि, इसके साथ ही शुरुआती आँकड़ों से पता चलता है कि इस वैरिएंट के कम गंभीर लक्षण दिखते हैं।
डब्ल्यूएचओ ने यह भी कहा है कि ओमिक्रॉन दक्षिण अफ्रीका में तेजी से फैला जहां डेल्टा का संक्रमण उस तरह से नहीं फैला है। ब्रिटेन में भी ओमिक्रॉन काफी तेज़ी से फैल रहा है जहां डेल्टा बड़े पैमाने पर फैला है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक बयान में कहा है कि "मौजूदा उपलब्ध आँकड़ों को देखते हुए यह संभावना है कि ओमिक्रॉन डेल्टा वैरिएंट से आगे निकल जाएगा जहां तक कम्युनिटि ट्रांसमिशन का मामला है।"
डब्ल्यूएचओ के इस दावे से पहले वैक्सीन निर्माता फाइजर/बायोएनटेक ने पिछले हफ्ते कहा था कि उनकी वैक्सीन की तीन खुराक अभी भी ओमिक्रॉन के ख़िलाफ़ प्रभावी हैं।
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