अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के नजदीक ही एक नौजवान का बेरहमी से कत्ल कर दिया गया। नौजवान के कत्ल में कुल 3 लोग शामिल थे और इनमें से दो निहंग सिख थे। यह वारदात बुधवार रात को हुई है। नौजवान का नाम हरमनजीत सिंह था। पुलिस कमिश्नर अरुण पाल सिंह ने पत्रकारों को बताया कि हरमनजीत सिंह की हत्या इसलिए कर दी गई क्योंकि वह तंबाकू खा रहा था और शराब पी रहा था।
हत्या के एक अभियुक्त रमनदीप सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि दो निहंग सिखों की तलाश की जा रही है। नौजवान अमृतसर का ही रहने वाला था।
यहां याद दिलाना होगा कि पिछले साल दिसंबर के महीने में कपूरथला और स्वर्ण मंदिर में कथित तौर पर बेअदबी करने का आरोप लगाते हुए दो लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया था। तब इसे लेकर पंजाब के साथ ही देशभर में काफी हंगामा हुआ था और पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर कई लोगों को गिरफ्तार किया था। मॉब लिंचिंग की यह घटनाएं 48 घंटे के भीतर हुई थीं।
इस ताजा घटना का वीडियो भी सामने आया है जिसमें दिख रहा है कि वारदात के दौरान आसपास कई लोग खड़े हैं। वारदात के दौरान नौजवान अपनी मोटरसाइकिल पर बैठा था लेकिन तभी हमलावर उसके पास पहुंचे और थोड़ी देर बहस होने के बाद उन्होंने युवक की हत्या कर दी।
नौजवान का शव कई घंटे तक नाले में पड़ा रहा। कई घंटे बाद किसी ने पुलिस को सूचना दी और सुबह पुलिस मौके पर पहुंची।
तंबाकू बंद करे प्रशासन
इस बारे में निहंग सिखों ने न्यूज़ 18 से कहा कि पंजाब में अमृतसर से लेकर चमकौर साहिब और आनंदपुर साहिब व फतेहगढ़ साहिब में तंबाकू का सेवन नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने न्यूज़ 18 से बातचीत में कहा कि यह सभी शहर गुरुओं के पवित्र शहर हैं और प्रशासन को इन सभी शहरों में तंबाकू बंद करने का आदेश देना चाहिए।
इस मामले में स्थानीय लोगों ने न्यूज़ 18 से बातचीत में कहा कि हरमनजीत सिंह एक सामान्य परिवार का युवक था और उसे एक महीने के भीतर इटली जाना था। स्थानीय लोगों का कहना है कि निहंग सिखों के वेश में कई लोग गुंडागर्दी करते हैं और प्रशासन उन्हें हथियार लेकर घूमने की अनुमति देता है।
‘सिगरेट नहीं पीता था हरमनजीत’
हरमनजीत सिंह जिनकी दाल मिल में काम करता था उन्होंने न्यूज़ 18 को बताया कि हरमनजीत सिगरेट नहीं पीता था। उन्होंने कहा कि उन्होंने कभी भी हरमनजीत को सिगरेट पीते हुए नहीं देखा और उसकी बेरहमी से हत्या क्यों की गई इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि हरमनजीत सिंह उनके पास सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक काम करता था और रात 8 बजे वह काम पूरा होने के बाद फैक्ट्री से बाहर निकल गया था।
पिछले साल दिसंबर में स्वर्ण मंदिर में कथित तौर पर बेअदबी का प्रयास करने के एक आरोपी को पीट-पीट कर मार डाला गया था। इसके बाद कपूरथला के निजामपुर गांव में भी सिखों के धार्मिक ध्वज निशान साहिब को कथित तौर पर हटाने की कोशिश के आरोप में एक और शख्स को पीट-पीटकर मार डाला गया था। बेअदबी को लेकर हुई इन दोनों घटनाओं की गूंज पंजाब से बाहर भी हुई थी।
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