एक तरफ पेटीएम ने एक हजार कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया, दूसरी तरफ वो नई भर्तियों की बात भी कह रही है। कंपनी ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि वह आने वाले वर्ष में अपने मुख्य भुगतान व्यवसाय में मैनपावर को 15,000 तक बढ़ाने की योजना बना रही है। कंपनी ने कहा, "भुगतान प्लेटफॉर्म में एक प्रमुख स्थिति और एक सिद्ध लाभदायक व्यवसाय मॉडल के साथ, हम भारत के लिए काम करना जारी रखेंगे।" कंपनी ने कहा कि उसका इरादा बीमा और धन जैसे व्यावसायिक क्षेत्रों का विस्तार करने का है।
गूगल, फेसबुक, एपल सहित 6 कंपनियां भारत में रोकेंगी भर्ती
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि Google और Amazon समेत 6 बड़ी टेक कंपनियां जल्द ही भारत में नियुक्ति पर रोक लगाने वाली हैं। इकोनॉमिक टाइम्स ने कहा कि गूगल और फेसबुक (मेटा) जैसी कंपनियां आईटी क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए सबसे अधिक मांग वाली कंपनियों में से कुछ हैं, लेकिन इन कंपनियों के जल्द ही भारत में पूरी तरह से भर्ती पर रोक लगने की संभावना है।
विशेषज्ञ स्टाफिंग फॉर्म एक्सफेनो द्वारा ईटी के लिए एकत्र किए गए आंकड़ों में कहा गया है कि भारत में बड़ी 6 कंपनियों - फेसबुक (मेटा प्लेटफॉर्म), अमेज़ॅन, ऐप्पल, माइक्रोसॉफ्ट, नेटफ्लिक्स और गूगल (अल्फाबेट) द्वारा नौकरी पोस्टिंग में भारी गिरावट आई है।
पिछले वर्ष की तुलना में 2023 में इन कंपनियों में भारत में सक्रिय नौकरी पोस्टिंग में 90 प्रतिशत की गिरावट आई है, जिससे अटकलें लगाई जा रही हैं कि इन कंपनियों द्वारा भारत में भर्ती पर रोक लगाई जा सकती है।
आर्थिक मंदी के दौरान सबसे प्रमुख कदमों में से एक Google द्वारा पिछले साल उठाया गया था, जब कंपनी ने अब तक की सबसे बड़ी नौकरी कटौती में 12,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था।
रिपोर्ट के मुताबिक, 2023 में खासकर भारत में गूगल, नेटफ्लिक्स और मेटा जैसी कंपनियों में तकनीकी नौकरियों की मांग 78 फीसदी घट गई है. वर्तमान ग्लोबल आर्थिक स्थिति और एआई की वजह से यह नियुक्ति अगले दो तिमाहियों तक रुकी रहेगी।
अपनी राय बतायें