इस पार्टी की अध्यक्ष श्वेता शेट्टी हैं। 36 साल की श्वेता पेशे से डॉक्टर हैं। श्वेता ने कहा कि पार्टी की कोशिश है कि महिलाएँ, विशेषकर वंचित महिलाएँ जिन्हें सिस्टम के कारण परेशानी उठानी पड़ती है, उनकी आवाज़ उठाई जाए। श्वेता ने कहा, 'इसके अलावा वे महिलाएँ भी, जो अपनी ज़िंदगी को बेहतर बनाने के लिए किसी मदद की उम्मीद में ऑफ़िसों के चक्कर काटती हैं और घरेलू उत्पीड़न का शिकार होती हैं या सामाजिक प्रतिष्ठानों के खिलाफ संघर्ष करती हैं, उनकी भी आवाज़ हमारी पार्टी उठाएगी।'
शेट्टी ने कहा, 'नैशनल विमिन्स पार्टी के लिए हमने 2012 में ज़मीनी स्तर पर काम करना शुरू कर दिया था। पार्टी का मक़सद लोकसभा चुनाव में महिला उम्मीदवारों के लिए 50 फ़ीसदी के आरक्षण को लेना है। उन्होंने कहा कि अब तक महिला अधिकारों की उपेक्षा हुई है और महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध बढ़े हैं।
श्वेता ने कहा कि महिला अधिकारों के बारे में नहीं सोचा जा रहा है, इसलिए इस पार्टी को बनाने का क़दम उठाया गया। श्वेता ने महिलाओं से अधिक-से-अधिक संख्या में इस पार्टी से जुड़ने के लिए अपील की।
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