अमेरिका की यात्रा पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वहाँ गुरुवार को ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरीसन से मुलाक़ात की।
यह मुलाक़ात इस मामले में अहम है कि क्वाड्रिलैटरल स्ट्रैटजिक डॉयलॉग यानी क्वैड की शिखर बैठक अमेरिका में अभी ही होनी है। क्वैड में भारत और ऑस्ट्रेलिया के अलावा जापान और अमेरिका भी हैं।
यह बैठक दोतरफा रिश्तों के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है। नरेंद्र मोदी और स्कॉट मॉरीसन ने ही इस साल की शुरुआत में इंडिया- ऑस्ट्रेलिया स्ट्रैटजिक पार्टनरशिप पर दस्तख़त किए थे। यह क़रार वाणिज्य व उद्योग के लिहाज से अहम है। इसके तहत दोनों एक दूसरे को कई मामलों में रियायतें व छूट देने पर राजी हुए थे।
दोनों प्रधानमंत्रियों ने 15 सितंबर को टेलीफ़ोन पर बात की थी और इस पार्टनरशिप को और मजबूत करने पर राजी हुए थे।
पाँच कंपनियों के सीईओ से मुलाकात
मोदी ने वॉशिंगटन में पाँच बड़ी कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों से अलग-अलग मुलाक़ातें कीं और उनसे भारत में निवेश करने का आग्रह किया।
उन्होंने सॉफ़्टवेअर कंपनी एडोब के शांतनु नारायण, जनरल एटॉमिक्स के विवेक लाल, क्वालकॉम के क्रिस्टियानो आमोन, फर्स्ट सोलर के मार्क विडमार और ब्लैकस्टोन के स्टीफ़न ए श्वर्ज़मैन से मुलाकात की।
समझा जाता है कि क्वालकॉम ने भारत में शोध परियोजनाएं लगाने में दिलचस्पी दिखाई है।
क्रिस्टियानो आमोन ने भारत में 5-जी, पीएम वाणी और कई दूसरे डिजिटल कार्यक्रमों में दिलचस्पी दिखाई है। उन्होंने कहा कि भारत एक बड़ा बाज़ार है और वे इसे बड़े निर्यात बाज़ार के रूप में देखते हैं।
It is a great meeting…we are so proud of our partnership with India.
— PMO India (@PMOIndia) September 23, 2021
Here is what President and CEO of @Qualcomm, @cristianoamon said after the meeting with PM @narendramodi in Washington DC. pic.twitter.com/ggOrSRoWxn
"PM Modi believes that technology is the way to help things move forward.”
— PMO India (@PMOIndia) September 23, 2021
Mr. Shantanu Narayen, Chairman, President and CEO of @Adobe shares what he discussed with PM Modi during their meeting. pic.twitter.com/4uovM0kRF4
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