प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि 100 करोड़ वैक्सीन की खुराक महज एक संख्या नहीं है बल्कि यह नये भारत की तसवीर पेश करती है। उन्होंने कहा कि यह इस देश की क्षमता का प्रतिबिंब है, यह देश का एक नया अध्याय है, एक ऐसा देश जो बड़े लक्ष्यों को प्राप्त करना जानता है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के मामले में जो सवाल उठाए जा रहे थे 100 करोड़ वैक्सीन की खुराक उन सब का जवाब है। उन्होंने कहा कि आज कई लोग भारत के वैक्सीनेशन प्रोग्राम की तुलना दूसरे देशों से कर रहे हैं, भारत की आज दुनिया में आज सराहना भी हो रही है। प्रधानमंत्री शुक्रवार सुबह 10 बजे देश को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा, "कोरोना महामारी की शुरुआत में ये भी आशंकाएँ व्यक्त की जा रही थीं कि भारत जैसे लोकतंत्र में इस महामारी से लड़ना बहुत मुश्किल होगा। भारत के लिए, भारत के लोगों के लिए ये भी कहा जा रहा था कि इतना संयम, इतना अनुशासन यहाँ कैसे चलेगा? लेकिन हमारे लिए लोकतन्त्र का मतलब है-‘सबका साथ’।"
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— Satya Hindi (@SatyaHindi) October 22, 2021
प्रधानमंत्री ने कहा कि वैक्सीनेशन कल्चर पर वीआईपी कल्चर हावी ना हो यह सुनिश्चित किया गया। उन्होंने कहा कि दुनिया के कई देशों में वैक्सीन को लेकर हिचक बड़ी समस्या बनी है। पीएम ने कहा, 'भारत ने 100 करोड़ वैक्सीन डोज देकर उन लोगों को निरुत्तर कर दिया जो यह सवाल उठा रहे थे कि भारत में वैक्सीन को लेकर हिचक कैसे दूर होगी।'
प्रधानमंत्री मोदी ने आने वाले त्योहारों को लेकर आगाह किया और कहा कि अपनी सुरक्षा से समझौता नहीं करना है। उन्होंने कहा, 'देश बड़े लक्ष्य तय करना और उन्हें हासिल करना जानता है। लेकिन, इसके लिए हमें सतत सावधान रहने की ज़रूरत है। हमें लापरवाह नहीं होना है। कवच कितना ही उत्तम हो, कवच कितना ही आधुनिक हो, कवच से सुरक्षा की पूरी गारंटी हो, तो भी, जब तक युद्ध चल रहा है, हथियार नहीं डाले जाते। मेरा आग्रह है, कि हमें अपने त्योहारों को पूरी सतर्कता के साथ ही मनाना है।'
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