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तीन राज्यों में बीजेपी की हार के बाद रातोंरात उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के सभी प्रमुख स्थानों पर मोदी को जुमलेबाज़ बताते हुए योगी को लाने की वकालत के होर्डिंग तान दिए गए। होर्डिगों में जुमलेबाज़ी का नाम मोदी और हिन्दुत्व का ब्रांड योगी बताया गया। योगी को भाजपा का चेहरा बनाने की वक़ालत करते हुए ये होर्डिंग उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना की ओर से लगाए गए हैं। योगी सरकार ने आननफानन में ये होर्डिंग उतरवा दिए और उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना के प्रमुख अमित जानी सहित अन्य अज्ञात के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज़ करवा दिया। देर शाम तक तीन लोगों को हिरासत में भी ले लिया गया है। इस मामले का मुख्य आदमी कहा जा रहा अमित जानी फ़रार है और अपने बयान जारी कर आग को और हवा देने का काम कर रहा है।
विवादित होर्डिंग जारी करने वाला अमित जानी पहले भी अखिलेश सरकार में मायावती की मूर्ति तोड़ने के मामले में जेल की हवा खा चुका है। अमित जानी कभी सपा मे हुआ करता था और शिवपाल यादव का क़रीबी था। सपा नेता आज़म ख़ान के साथ उसकी तस्वीरें भी सामने आई थीं। मायावती की मूर्ति तोड़ने के मामले में जेल जाने के बाद कुछ दिन शांत बैठे अमित जानी ने उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना बना कर भाजपा के लिए काम करना शुरु कर दिया था। अमित जानी पर कई लोगों ने धोखाधड़ी व धमकाने के भी मुक़दमे दर्ज कराए हैं।
बहरहाल, होर्डिंग लगने की ख़बर पाते ही हरकत में आए मुख्यमंत्री कार्यालय के आदेश पर लखनऊ के हज़रतगंज थाने में एफ़आईआर दर्ज कर ली गई और शाम होते-होते तीन युवकों को हिरासत में ले लिया गया। अमित जानी का अब तक कुछ पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने उसकी तलाश में एक-दो जगहों पर छापेमारी की है।
होर्डिंग्स मामले में हजरतगंज कोतवाली द्वारा 3 युवकों की गिरफ्तारी पर एक वीडियो जारी कर अमित जानी ने कहा है कि 'जुमेलबाज़ शब्द से नफ़रत है तो राम मंदिर बना दें नरेंद्र मोदी'। उसने इसके आगे कहा, 'न अमित जानी भाजपाई है न ही अंधभक्त है, जो सच है, वह लिख दिया'। वह यहाँ भी नहीं रुका। उसने कहा, 'योगी जी हिंदुत्व के ब्रांड हैं, मुक़दमा दर्ज करवाने से यह बात झूठ नही हो जाएगी'। उसने कहा, 'मोदी जी ने हिन्दुओं को राम मन्दिर मुद्दे पर छला है।
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