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स्वतंत्रता दिवस पर बोले मोदी- ‘देश क्या कर सकता है, लद्दाख में दुनिया ने देखा’

देश आज ब्रिटिश हूकूमत से आज़ादी की 74वीं वर्षगांठ मना रहा है। इस मौक़े पर पूरे देश में जश्न का माहौल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से देश को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में चीन के साथ सीमा पर चल रहे तनाव से लेकर आत्मनिर्भर भारत की मुहिम और कोरोना की वैक्सीन तक का जिक्र किया। उन्होंने एक बार फिर वोकल फ़ॉर लोकल पर जोर दिया और कहा कि अब हमें इस दिशा में आगे बढ़ना ही होगा। 

चीन के साथ सीमा पर चल रहे तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ड्रैगन को कड़ा संदेश दिया है। मोदी ने कहा, ‘आपदाओं के बीच सीमा पर भी देश के सामर्थ्य को चुनौती देने के दुष्प्रयास हुए हैं। लेकिन एलओसी से लेकर एलएसी तक देश की संप्रभुता पर जिस किसी ने आंख उठाई, देश की सेना ने, हमारे वीर जवानों ने उसका उसी की भाषा में जवाब दिया है।’ 

प्रधानमंत्री ने गरजते हुए कहा, ‘भारत की संप्रभुता की रक्षा के लिए सारा देश जोश से भरा हुआ है, संकल्प से प्रेरित है। इस संकल्प के लिए हमारे वीर जवान क्या कर सकते हैं, देश क्या कर सकता है, ये लद्दाख में दुनिया ने देख लिया है।’ उन्होंने मातृभूमि की रक्षा के लिए शहीद होने वाले जवानों को नमन किया। 

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लेकिन अगर चीन के साथ लगती सीमा पर मौजूदा हालात की बात करें तो चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी ने साफ़ कह दिया है कि सीमांत इलाक़ों में वह जहां है, वही वास्तविक नियंत्रण रेखा है और वह वास्तविक नियंत्रण रेखा का सम्मान करते हुए वहीं टिकी रहेगी। रक्षा मामलों के जानकारों के मुताबिक़, पिछले तीन महीनों में चीनी सैन्य और राजनीतिक नेतृत्व ने भारतीय सैन्य और राजनीतिक नेतृत्व को बातचीत में उलझा कर सीमांत इलाक़ों में अपना कब्जा पक्का कर लिया है।

कोरोना वैक्सीन पर की बात 

कोरोना वैक्सीन को लेकर चल रही चर्चाओं के बारे में भी मोदी ने बात की। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हमारे वैज्ञानिक कोरोना वैक्सीन के लिए जी-जान से जुटे हैं। भारत में कोरोना की एक नहीं, दो नहीं, तीन-तीन वैक्सीन इस समय टेस्टिंग के चरण में हैं। जैसे ही वैज्ञानिकों से हरी झंडी मिलेगी, उन वैक्सीन्स का बड़े पैमाने पर प्रोडक्शन करने की भी तैयारी है।’ 

नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन 

पीएम मोदी ने कहा, ‘आज से देश में एक और बहुत बड़ा अभियान शुरू होने जा रहा है। इस अभियान का नाम नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन है। यह मिशन भारत के हेल्थ सेक्टर में नई क्रांति लेकर आएगा और तकनीक के माध्यम से लोगों की परेशानियां कम होंगी।’ 

उन्होंने कहा, ‘आपके हर टेस्ट, हर बीमारी, आपको किस डॉक्टर ने कौन सी दवा दी, कब दी, आपकी रिपोर्ट्स क्या थीं, ये सारी जानकारी एक हेल्थ आईडी में होगी और इस मिशन के माध्यम से लोगों को कई तरह की दिक्कतों से मुक्ति मिलेगी।’

कोरोना वॉरियर्स को नमन

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘कोरोना के समय में, अपने जीवन की परवाह किए बिना हमारे डॉक्टर्स, नर्सें, पैरामेडिकल स्टाफ़, एंबुलेंस कर्मी, सफाई कर्मचारी, पुलिसकर्मी, सेवाकर्मी, अनेकों लोग, चौबीसों घंटे लगातार काम कर रहे हैं। ऐसे सभी कोरोना वॉरियर्स को भी मैं आज नमन करता हूं।’ 

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आत्मनिर्भर भारत पर जोर

प्रधानमंत्री का जोर आत्मनिर्भर भारत पर रहा। उन्होंने अपने संबोधन में कहा, ‘जिस देश में पीपीई किट, एन 95 मास्क, वेंटिलेटर नहीं बनते थे, वे बनने लगे हैं। विश्व की भलाई में योगदान करना हमारा दायित्व बनता है। हमें वोकल फ़ॉर लोकल का गौरवगान करना चाहिए। आज भारत कृषि क्षेत्र में आत्मनिर्भर बना है और हमें कृषि जगत को और आगे बढ़ाने की ज़रूरत है।’ 

एनसीसी का होगा विस्तार

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘अब एनसीसी का विस्तार देश के 173 बॉर्डर और तटीय जिलों तक सुनिश्चित किया जाएगा। इस अभियान के तहत करीब 1 लाख नए एनसीसी कैडेट्स को विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी। इसमें भी करीब एक तिहाई बेटियों को ये स्पेशल ट्रेनिंग दी जाएगी।’ 

प्रधानमंत्री ने संबोधन की शुरुआत में कहा, ‘आज जो हम स्वतंत्र भारत में सांस ले रहे हैं, उसके पीछे मां भारती के लाखों बेटे-बेटियों का त्याग, बलिदान और मां भारती को आज़ाद कराने के लिए किया गया समर्पण है। ऐसे सभी स्वतंत्रता सेनानियों को, वीर शहीदों को नमन करने का ये पर्व है।’ इससे पहले उन्होंने तिरंगा फहराया और लाल किले पर उन्हें गार्ड ऑफ़ ऑनर दिया गया। पीएम मोदी सुबह राजघाट पहुंचे और राष्ट्रपिता बापू को श्रद्धांजलि भी दी।

हालांकि कोरोना महामारी की वजह से स्वतंत्रता दिवस इस बार उस ढंग से नहीं मनाया जा रहा है, जैसा पिछले सालों में मनाया जाता था। फिर भी देश भर में कई जगहों पर कार्यक्रमों का आयोजन सोशल डिस्टेंसिंग और बाक़ी एहतियात के साथ किया जा रहा है। लाल किले पर होने वाले कार्यक्रम में भी सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा गया है। 

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क़मर वहीद नक़वी
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