मोदी कैबिनेट 2.0 का पहला विस्तार बुधवार शाम को होगा। माना जा रहा है कि यह विस्तार काफ़ी बड़ा होगा और 20 नए चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह दी जा सकती है जबकि कुछ मंत्रियों की छुट्टी भी हो सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने नए मंत्रियों की सूची को अंतिम रूप दे दिया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने बीते दिनों कई केंद्रीय मंत्रियों से अलग-अलग मुलाक़ात की है और उनके विभागों के काम की समीक्षा की है।
इधर, मोदी सरकार ने एक नये मंत्रालय का गठन किया है। इस मंत्रालय का नाम ‘मिनिस्ट्री ऑफ़ को-ऑपरेशन’ रखा गया है। इस मंत्रालय का गठन कैबिनेट विस्तार से ठीक एक दिन पहले किया गया है।
इस मंत्रालय का गठन ‘सहकार से समृद्धि’ के दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए किया गया है। माना जा रहा है कि यह मंत्रालय देश में सहकारिता के आंदोलन को मज़बूत करने के लिए प्रशासनिक, कानूनी और नीतिगत ढांचा उपलब्ध कराएगा।
ये चेहरे हो सकते हैं शामिल
जिन चेहरों के कैबिनेट में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं, उनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल, बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी, एलजेपी सांसद पशुपति पारस का नाम चर्चा में है। एक और सहयोगी दल जेडीयू को भी दो मंत्री पद मिल सकते हैं हालांकि जेडीयू की ओर से चार पद दिए जाने की मांग चर्चा में है।इन नामों के अलावा महाराष्ट्र बीजेपी के वरिष्ठ नेता नारायण राणे, उत्तर प्रदेश से बीजेपी सांसद वरूण गांधी, टीएमसी छोड़कर आए दिनेश त्रिवेदी और कांग्रेस छोड़कर आए जितिन प्रसाद का नाम शामिल है। जितिन कुछ दिन पहले ही बीजेपी में शामिल हुए थे।
इसके अलावा अनुप्रिया पटेल, रीता बहुगुणा जोशी, पंकज चौधरी, रामशंकर कठेरिया, लल्लन सिंह और राहुल कासवान का नाम भी संभावित मंत्रियों में लिया जा रहा है। केंद्रीय कैबिनेट में 81 सदस्य हो सकते हैं जबकि अभी 53 सदस्य हैं।
युवा कैबिनेट होने का दावा
एनडीटीवी ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि विस्तार के बाद मोदी कैबिनेट भारत के इतिहास की सबसे युवा कैबिनेट होगी। केंद्र सरकार की योजना छोटे समुदायों को जगह देने की है। इसके अलावा महिला मंत्री भी होंगी और ऐसे नेता भी शामिल होंगे जिनके पास प्रशासनिक अनुभव है। विस्तार के बाद मोदी कैबिनेट में ओबीसी वर्ग से दो दर्जन चेहरे होने की बात कही गई है।
राज्यपालों का तबादला
कैबिनेट विस्तार से पहले ही कई राज्यों के राज्यपालों का तबादला किया गया है और 8 राज्यों में नए राज्यपालों की नियुक्ति भी की गई है। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद की ओर से इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है।
केंद्रीय मंत्री थावर चंद गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। गहलोत सामाजिक कल्याण और सशक्तिकरण मंत्रालय का काम देख रहे हैं और राज्यसभा में बीजेपी संसदीय दल के नेता भी हैं।
इन राज्यपालों का हुआ तबादला
मिज़ोरम के राज्यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लई को गोवा, हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य को त्रिपुरा और त्रिपुरा के राज्यपाल रमेश बैस को झारखंड भेजा गया है। हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय अब हरियाणा के राज्यपाल का पद संभालेंगे जबकि हरि बाबू कंभमपति मिज़ोरम के राज्यपाल होंगे।
मंगूभाई छगनभाई पटेल को मध्य प्रदेश का और राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर को हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल बनाया गया है।
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