गृह मंत्रालय ने नई दिल्ली के राजिंदर नगर में एक कोचिंग सेंटर में हुई दुखद घटना की जांच के लिए एक समिति गठित की है। कोचिंग सेंटर में पानी भरने के कारण तीन यूपीएससी उम्मीदवारों की मौत हो गई थी। समिति कारणों की पहचान करेगी, जिम्मेदारी तय करेगी, उपाय सुझाएगी और नीतिगत बदलावों का प्रस्ताव देगी। इसको 30 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट को सौंपना होगा। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में बेसमेंट के मालिक समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
गृह मंत्रालय ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा है कि गृह मंत्रालय ने नई दिल्ली के ओल्ड राजिंदर नगर स्थित एक कोचिंग सेंटर में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना की जांच के लिए एक समिति गठित की है...। समिति में आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव, दिल्ली सरकार के प्रधान सचिव (गृह), दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त, अग्निशमन सलाहकार और संयुक्त सचिव शामिल होंगे। समिति को 30 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है।
The committee will have Additional Secretary, MoUHA, Principal Secretary (Home), Delhi Govt, Special CP, Delhi Police, Fire Advisor and JS, MHA as Convener.
— Spokesperson, Ministry of Home Affairs (@PIBHomeAffairs) July 29, 2024
It will submit its report in 30 days. (2/2)
इससे पहले दिन में दिल्ली भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने आप कार्यालय के पास विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने इन मौतों को लेकर अरविंद केजरीवाल सरकार के इस्तीफे की मांग की। विरोध प्रदर्शन के दौरान दिल्ली भाजपा प्रमुख सचदेवा ने आरोप लगाया, 'यह दुर्घटना नहीं, बल्कि हत्या है।' इस बीच, एलजी वी के सक्सेना ने भी सोमवार को ओल्ड राजिंदर नगर के कोचिंग हब का दौरा किया और प्रदर्शनकारी छात्रों से बात करने की कोशिश की। लेकिन भीड़ को शांत करने में विफल रहने के बाद, उन्हें छात्रों के 'हाय, हाय' के नारे लगाने के दौरान क्षेत्र छोड़ना पड़ा।
कोचिंग सेंटर में यह घटना पास के नाले के फटने के बाद हुई थी। इसमें यूपी की श्रेया यादव, केरल के निविन दलविन और तेलंकाना की तान्या सोनी की जान चली गई।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बेसमेंट में जल्दी ही 10-12 फीट पानी भर गया, जिससे छात्रों को बचने का कोई मौका नहीं मिला। एक संकाय सदस्य ने कहा कि जब तेज गति से पानी आना शुरू हुआ तो 112 पर कॉल किया गया, लेकिन ट्रैफिक जाम के कारण बचाव दल के पहुँचने में देरी हुई। जवाब में दिल्ली की मेयर शेली ओबेरॉय ने बेसमेंट में व्यावसायिक गतिविधियाँ संचालित करके बिल्डिंग बाय-लॉ का उल्लंघन करने वाले कोचिंग सेंटरों पर शहर भर में कार्रवाई करने का आदेश दिया है।
इस घटना के बाद साथी छात्रों में भारी आक्रोश फैल गया और वे इस दुर्घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ जवाबदेही और सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए।
लोगों के आक्रोश और इलाके में सुरक्षा प्रक्रियाओं को लागू करने की मांग के बाद नगर निगम के अधिकारियों ने पुराने राजिंदर नगर में अतिक्रमण विरोधी अभियान शुरू किया।
इस बीच, राजिंदर नगर में कोचिंग सेंटर के चार सह-मालिक तेजिंदर सिंह, परविंदर सिंह, हरविंदर सिंह और सरबजीत सिंह और एक कार के चालक मनुज कथूरिया सहित पांच लोगों को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है और उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। कथूरिया उस कार के चालक हैं जो बारिश के पानी से भरी सड़क से गुजरी थी, जिससे पानी बढ़ गया और कोचिंग सेंटर का गेट टूट गया।
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