कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में उम्मीदवार और पूर्व केंद्रीय मंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का लगातार समर्थन मिल रहा है। पंजाब से सांसद मनीष तिवारी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मल्लिकार्जुन खड़गे का खुलकर समर्थन किया है। बताना होगा कि मनीष तिवारी कांग्रेस में अंसतुष्ट नेताओं के गुट G-23 में शामिल हैं।
हालांकि इस गुट के तमाम नेता खड़गे के नामांकन के दौरान मौजूद रहे थे।
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि खड़गे ने अपने जीवन के 50 साल से ज्यादा का वक्त कांग्रेस पार्टी को दिया है और वह जमीन से उठकर तमाम पदों पर रहते हुए यहां तक पहुंचे हैं। तिवारी ने कहा कि क्योंकि मल्लिकार्जुन खड़गे ने संगठन में तमाम पदों पर काम किया है इसलिए वह संगठन की जो चुनौतियां होती हैं, उनका निर्वहन सही ढंग से कर पाएंगे।
शशि थरूर ने उठाया सवाल
इस चुनाव में दूसरे उम्मीदवार शशि थरूर ने सवाल उठाया है कि मल्लिकार्जुन खड़गे को प्रदेश कांग्रेस कमेटियों के अध्यक्ष, कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदेश कांग्रेस के दफ्तरों में बुलाते हैं और उनका स्वागत करते हैं। थरूर ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि वह कई प्रदेश कांग्रेस कमेटियों के दफ्तर में गए तो उन्हें वहां पर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष नहीं मिले।
थरूर ने कहा कि इस तरह की बातों से उन्हें बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा लेकिन उन्होंने पत्रकारों से पूछा कि इस तरह के ट्रीटमेंट में क्या कोई फर्क नहीं है।
गांधी परिवार के समर्थन से इनकार
हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में गांधी परिवार ने पूरी तरह तटस्थ रहने की बात कही है लेकिन फिर भी यह कहा जा रहा है कि गांधी परिवार का समर्थन पूर्व केंद्रीय मंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ है।
लेकिन इस तरह की खबरों पर खड़गे ने कई मीडिया चैनलों को दिए इंटरव्यू में साफ किया है कि वह गांधी परिवार के उम्मीदवार नहीं हैं। खड़गे के मुताबिक, सोनिया गांधी ने स्पष्ट रूप से कहा है कि इस चुनाव में न तो गांधी परिवार का कोई सदस्य चुनाव लड़ेगा और न ही गांधी परिवार किसी का समर्थन करेगा।
बताना होगा कि कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के लिए 17 अक्टूबर को वोटिंग होनी है और 19 अक्टूबर को मतों की गिनती के साथ ही नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे। कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में 9,300 डेलीगेट मतदान करेंगे और यह सीक्रेट बैलेट के जरिये होगा।
निश्चित रूप से अशोक गहलोत और मनीष तिवारी जैसे पुराने और कांग्रेस के बड़े नेताओं के खुलकर खड़गे के समर्थन में आने के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे का पलड़ा भारी हो गया है। दूसरी ओर, शशि थरूर के समर्थन में अभी तक किसी भी बड़े नेता ने इस तरह की अपील नहीं की है। कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में मल्लिकार्जुन खड़गे के समर्थन में प्रचार करने के लिए पार्टी के 3 प्रवक्ताओं- दीपेंद्र हुड्डा, गौरव वल्लभ और सैयद नसीर हुसैन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
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