आम चुनाव 2024 में क्या देश में खेला होबे...यह बंगाली कहावत सत्ता के गलियारों में कही जा रही है। विपक्षी एकता की धुरी बनते जा रहे जेडीयू नेता नीतीश कुमार तीन दिन के लिए दिल्ली आए तो विपक्षी एकता के जबरदस्त संकेतों के बीच ममता बनर्जी का महत्वपूर्ण बयान आ गया। ममता बनर्जी ने कहा है कि कि 2024 के आम चुनाव में मैं, नीतीश कुमार और झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन अपना एक मोर्चा बनाने के लिए पहल करेंगे।
इंडियन एक्सप्रेस की गुरुवार 8 सितंबर को एक रिपोर्ट के मुताबिक पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि “मैं, नीतीश कुमार, हेमंत सोरेन और कई अन्य लोग 2024 में एकसाथ आएंगे। सभी विपक्षी दल बीजेपी को हराने के लिए हाथ मिलाएंगे। एक तरफ हम सब होंगे और दूसरी तरफ बीजेपी। बीजेपी का 300 सीटों का अहंकार उसकी दासता होगी। 2024 में 'खेला होबे' होगा।"
ममता का यह बयान ऐसे समय आया है, जब नीतीश कुमार ने दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, सीपीएम के सीताराम येचुरी, सीपीआई के डी. राजा, इनैलो के ओमप्रकाश चौटाला समेत कई नेताओं से मुलाकात की। तेलंगाना के सीएम के. चंद्रशेखर राव खुद नीतीश से मिलने पटना गए थे। आरजेडी पूरी तरह से नीतीश के साथ है। कांग्रेस ने बिहार सरकार को समर्थन दे रखा है। इस तरह विपक्षी एकता की जो तस्वीर बन रही है, वो बहुत ही उत्साहजनक है।
ममता ने हाल ही में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव में बीजेपी की मदद की थी और आरएसएस की तारीफ की थी। उसके बाद ममता बनर्जी के बारे में लोगों की धारणाएं बदलती दिखीं। लेकिन गुरुवार को ममता ने जो कहा, वो बहुत बड़ा संकेत है।
पीटीआई के मुताबिक गुरुवार को कोलकाता में पार्टी के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए टीएमसी प्रमुख ने दावा किया कि बीजेपी अपने घंमड और लोगों के गुस्से के कारण हार का सामना करेगी। बंगाली मुहावरा, 'खेला होबे' (खेल जारी है) पिछले साल विधानसभा चुनावों के दौरान टीएमसी का नारा था, जिसमें पार्टी ने लगातार तीसरी बार सत्ता हासिल करने के लिए बीजेपी को हराया था।
झारखंड में बीजेपी पर कथित खरीद-फरोख्त का आरोप लगाते हुए बनर्जी ने दावा किया कि “हाल ही में बंगाल पुलिस द्वारा झारखंड के विधायकों को कैश के साथ गिरफ्तार करने” ने हेमंत सोरेन सरकार को गिरने से रोक दिया।
बता दें कि झारखंड के तीन कांग्रेस विधायकों को 30 जुलाई को पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले के पंचला में उनके वाहन को रोकने के बाद गिरफ्तार किया गया था और कार में लगभग 49 लाख रुपये बरामद हुए थे। आरोपियों ने दावा किया था कि पैसा उनके राज्य में एक आदिवासी त्योहार के लिए साड़ी खरीदने के लिए आया था।
कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी विधायकों को 10-10 करोड़ रुपये और मंत्री पद की पेशकश करके हेमंत सोरेन सरकार को गिराने की कोशिश कर रही थी। कांग्रेस ने कहा था कि बीजेपी को लगता है कि वे हमें सीबीआई और ईडी का डर दिखाकर चुप करा देंगे। जितना अधिक वे इस तरह के हथकंडे अपनाएंगे, उतना ही वे अगले साल के पंचायत चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनावों में हार के करीब पहुंचेंगे।
ममता बनर्जी ने भी गुरुवार को विभिन्न मामलों में केंद्रीय एजेंसियों द्वारा वरिष्ठ नेताओं पार्थ चटर्जी और अनुब्रत मंडल की गिरफ्तारी के बाद उनके और उनकी पार्टी के नेताओं के खिलाफ कथित रूप से दुर्भावनापूर्ण अभियान चलाने के लिए बीजेपी और मीडिया के एक वर्ग की आलोचना की।
अपनी राय बतायें