लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के लिए 57 सीटों पर 1 जून को मतदान होगा। इस चरण में 8 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में वोटिंग होगी। पंजाब और हिमाचल प्रदेश की सभी सीटों के मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। क़रीब 80 दिनों तक चुनाव प्रचार के बाद शनिवार को मतदान प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। 1951-52 में हुए पहले लोकसभा चुनाव के बाद से यह दूसरा सबसे लंबा संसदीय चुनाव रहा है। मतदान समाप्त होने के बाद, सभी की निगाहें एग्जिट पोल और 4 जून को आने वाले नतीजों पर होंगी।
पंजाब और हिमाचल प्रदेश के अलावा उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, झारखंड और चंडीगढ़ में मतदान होगा। इन 57 लोकसभा क्षेत्रों से 904 उम्मीदवार मैदान में हैं। पंजाब से 328 उम्मीदवार और उत्तर प्रदेश से 144 उम्मीदवार 13-13 सीटों के लिए चुनाव मैदान में हैं। बिहार से आठ सीटों पर 134 उम्मीदवार, ओडिशा से छह सीटों पर 66 उम्मीदवार, झारखंड से तीन सीटों पर 52 उम्मीदवार, हिमाचल प्रदेश से चार सीटों पर 37 उम्मीदवार और चंडीगढ़ से एक सीट पर 19 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं।
इन सीटों पर मतदान
- उत्तर प्रदेश- वाराणसी, महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, घोसी, गाजीपुर, बलिया, सलेमपुर, चंदौली, मिर्जापुर, रॉबर्ट्सगंज
- पंजाब- गुरदासपुर, अमृतसर, खडूर साहिब, जालंधर (एससी), होशियारपुर (एससी), आनंदपुर साहिब, लुधियाना, फतेहगढ़ साहिब (एससी), फरीदकोट (एससी), फिरोजपुर, बठिंडा, संगरूर, पटियाला
- बिहार- नालंदा, पटना साहिब, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, सासाराम, काराकाट, जहानाबाद
- पश्चिम बंगाल- दमदम, बारासात, बशीरहाट, जयनगर, मथुरापुर, डायमंड हार्बर, जादवपुर, कोलकाता दक्षिण, कोलकाता उत्तर
- हिमाचल प्रदेश- कांगड़ा, मंडी, हमीरपुर, शिमला
- ओडिशा- मयूरभंज, बालासोर, भद्रक, जाजपुर, केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर
- झारखंड- गोड्डा, दुमका, राजमहल
- चंडीगढ़- चंडीगढ़
2019 में 57 सीटों में से कितने किसके पास
इस लोकसभा के सातवें चरण में होने जा रहे 57 सीटों में से अधिकतर पर 2019 में बीजेपी जीती थी। बीजेपी ने कुल 27 सीटें जीती थीं। इसके अलावा कांग्रेस 8, टीएमसी 9, आप 1, जेडीयू 3, एसएडी 2, एडीएस 2, बीजेडी 4 और जेएमएम 1 सीट जीती थी।
यदि इन सीटों को राज्यवार देखें तो यूपी में 13 सीटों में से बीजेपी 11 और एडीएस ने 2 सीटें जीती थी। पंजाब में बीजेपी 2, कांग्रेस 8, आप 1 और एसएडी 2 सीटें जीती थी। बिहार में आठ सीटों में से पाँच बीजेपी ने और 3 जेडीयू ने कब्जा जमाया था। पश्चिम बंगाल की सभी 9 सीटों पर टीएमसी का कब्जा रहा था।
हिमाचल की सभी चार सीटों और चंडीगढ़ की एक सीट पर बीजेपी की जीत हुई थी। ओडिशा की छह में से 4 बीजेडी और 2 बीजेपी तथा झारखंड की तीन सीटों में से 2 बीजेपी और एक जेएमएम के खाते में गई थी।
प्रमुख उम्मीदवार कौन
वाराणसी
इस चरण में ही यूपी की वाराणसी सीट पर चुनाव होना है। बीजेपी की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस की ओर से अजय राय आमने-सामने हैं। वाराणसी 2014 से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का निर्वाचन क्षेत्र रहा है। कांग्रेस पार्टी ने तीसरी बार वाराणसी से अजय राय को मैदान में उतारा है। अजय राय पहले भाजपा में रहे थे, लेकिन 2007 में उन्होंने भाजपा छोड़ दी थी। पार्टी ने उन्हें पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से मैदान में उतारा। 2019 के लोकसभा चुनाव में राय ने तीसरा स्थान हासिल किया था।
पाटलिपुत्र
राजद ने बिहार के पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र से लालू प्रसाद यादव की बड़ी बेटी मीसा भारती को मैदान में उतारा है। 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी में शामिल हुए भाजपा उम्मीदवार राम कृपाल यादव ने मोदी लहर पर सवार होकर मीसा भारती को हराया था। बाद में 2019 में भारती ने सीट से जीतने का एक और प्रयास किया, हालांकि, राम कृपाल यादव ने फिर से उन्हें हरा दिया था।
मंडी
हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट भी हॉट है। यहाँ से बीजेपी ने कंगना रनौत को उतारा है तो कांग्रेस ने दिवंगत पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह को खड़ा किया है। यह सीट पारंपरिक तौर पर कांग्रेस की गढ़ रही है। वर्तमान में यह सीट दिवंगत नेता की विधवा प्रतिभा देवी सिंह के पास है। उन्होंने तत्कालीन भाजपा सांसद राम स्वरूप शर्मा के निधन के बाद हुए उपचुनाव में कांग्रेस के लिए सीट छीन ली थी। 2019 के चुनावों में भाजपा ने राज्य की सभी चार लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी।
डायमंड हार्बर
ममता बनर्जी की टीएमसी ने पश्चिम बंगाल के डायमंड हार्बर लोकसभा क्षेत्र से अभिषेक बनर्जी को मैदान में उतारा है। डायमंड हार्बर तृणमूल कांग्रेस के लिए एक रणनीतिक गढ़ के रूप में रहा है। इस सीट पर अभिषेक बनर्जी, सीपीआई (एम) के प्रतीकुर रहमान और भाजपा के अभिजीत दास के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होगा। 2019 के लोकसभा चुनाव में बनर्जी ने भाजपा को 3.2 लाख वोटों के भारी अंतर से हराया था।
गोरखपुर
गोरखपुर सीट योगी आदित्यनाथ का गढ़ रही है। उन्होंने लगातार पाँच बार यह सीट जीती थी। अब उनकी ही पार्टी के रवि किशन चुनाव मैदान में हैं। समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार काजल निषाद इस सीट से रवि किशन को चुनौती दे रही हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में रवि किशन ने 60% और उससे अधिक वोटों के साथ सीट जीती, जबकि सपा उम्मीदवार रामभुआल निषाद दूसरे स्थान पर रहे थे।
भटिंडा
अकाली दल ने हरसिमरत कौर बादल को पंजाब के भटिंडा लोकसभा क्षेत्र से उतारा है। इस सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार जीत मोहिंदर सिंह सिद्धू, आप के गुरमीत सिंह खुदियां और भाजपा की परमपाल कौर सिद्धू के बीच मुकाबला है।
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