loader

लोकसभा चुनाव Live: दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर लवली का इस्तीफा

अरविंदर सिंह लवली ने दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपने इस्तीफे में लिखा है- "दिल्ली कांग्रेस इकाई उस पार्टी के साथ गठबंधन के खिलाफ थी, जो कांग्रेस पार्टी के खिलाफ झूठे, मनगढ़ंत और दुर्भावनापूर्ण भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के एकमात्र आधार पर बनी थी। इसके बावजूद, पार्टी ने दिल्ली में AAP के साथ गठबंधन करने का फैसला किया।" कांग्रेस ने अरविंदर सिंह लवली को पिछले दिनों प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्त किया था। हालांकि आप और कांग्रेस का समझौता काफी पहले दिल्ली की लोकसभा सीटों के लिए हो गया था लेकिन लवली ने इस्तीफा अब दिया है।

अमेठी-रायबरेली पर भाजपा की बयानबाजी जारी

राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के यूपी से चुनाव लड़ने की खबरें सामने आने के बाद भाजपा सक्रिय हो गई है। भाजपा का हर नेता, मंत्री, विधायक, सांसद सिर्फ अमेठी और रायबरेली को लेकर बयान दे रहा है। यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने रविवार को यह कहा- ''इस बार बीजेपी अमेठी में अपनी जीत दोहराएगी और रायबरेली में कमल खिलाएगी। हमारा लक्ष्य उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीटें जीतना है और हमारा फोकस है' अमेठी,रायबरेली,कन्नौज और मैनपुरी में बड़े अंतर से कमल खिलाने पर ताकि यह स्पष्ट हो जाए कि यह भाजपा का गढ़ है न कि कांग्रेस या सपा का।''

ताजा ख़बरें

महायुति को संजय राउत का जवाब

महाराष्ट्र शिव सेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा है कि ''महायुति के नेता लोगों को वोट देने के लिए धमका रहे हैं...कल शोलापुर में ऐसा किया गया...अगर आपके पास पीएम मोदी हैं और आप जीत को लेकर इतने आश्वस्त हैं तो आप ये चीजें क्यों कर रहे हैं।'' .. बारामती और शिरूर में अजित पवार खुलेआम व्यवसायियों, व्यापारियों आदि को नोटिस देकर धमका रहे हैं और उन्हें अपनी पत्नी के लिए काम करने की धमकी दे रहे हैं, अगर ऐसा नहीं किया तो वे कह रहे हैं कि उन पर 50 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा...जबकि यह सब क्यों जरूरी है देश में लोकतंत्र है...।"

नड्डा के बयान पर बोले सौगत रॉय

बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के खिलाफ बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के बयान पर टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने रविवार को कहा- "क्या वह मायने रखते हैं? वह प्रभावी नहीं हैं। वह अपना राज्य नहीं जीत सके... शेख शाहजहां 294 में से एक निर्वाचन क्षेत्र में है।... हम बस इतना कहना चाहते हैं कि इस मामले में कानून को अपना काम करने दें...।"

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें