loader

लोकसभा चुनाव 2024: भाजपा सांसद अभी भी संविधान बदलने की बात पर अड़े

भाजपा के 400 पार के नारे की असलियत कर्नाटक के भाजपा सांसद अनंत हेगड़े ने यह बताया था कि संविधान बदलने के लिए भाजपा को इतनी सीटें लानी ही होंगी। बयान पर विवाद हुआ। अनंत हेगड़े का टिकट भाजपा ने काट दिया। इसके बाद पीएम मोदी ने सफाई दी कि अगर आज अंबेडकर जिन्दा होते तो वो भी भारतीय संविधान को बदल नहीं पाते। मोदी ने कहा कि भाजपा का संविधान बदलने का कोई इरादा नहीं है। यहां तक सब ठीक था। लेकिन संविधान बदलने की बात राजस्थान से चुनाव लड़ रहीं भाजपा प्रत्याशी ज्योति मिर्धा और अयोध्या से चुनाव लड़ रहे लल्लू सिंह ने भी कही है। लल्लू सिंह यूपी भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में हैं। लल्लू सिंह का बयान 14 अप्रैल रविवार को सोशल मीडिया पर वायरल है। 
भाजपा प्रत्याशी लल्लू सिंह ने कहा- "सरकार बनाने के लिए 272 सांसद चाहिए लेकिन संविधान संशोधन या संविधान बदलने के लिए दो तिहाई बहुमत चाहिए। नियम बदलना होगा और संविधान भी बदलना होगा।" भाजपा ने अयोध्या से लल्लू सिंह को तीसरी बार टिकट दिया है। 2019 में लल्लू ने सपा प्रत्याशी आनंद सेन यादव को 65,477 वोटों से हराया था। इससे पहले 2024 में भी लल्लू ने सपा के मित्रसेन यादव को हराया था। 
ताजा ख़बरें
लल्लू सिंह के संविधान बदलने के बयान पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। अखिलेश ने कहा- PDA भाजपा को मिलकर हराएगा क्योंकि भाजपा पिछड़ों, दलितों, अल्पसंख्यकों को मिले आरक्षण को, नया संविधान बनाकर ख़त्म करना चाहती है। भाजपा जनता की सेवा या कल्याण के लिए नहीं बल्कि बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर जी द्वारा बनाए संविधान को बदलने के लिए जीतना चाहती है। सदियों से 4-5% प्रभुत्ववादी सोच के लोग 90-95% लोगों को अपना गुलाम बनाए रखना चाहते हैं। इसीलिए इस बार पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक मिलकर भाजपा को हराएंगे और संविधान व आरक्षण को बचाएंगे। चुनाव आयोग ऐसे बयानों का तुरंत संज्ञान ले क्योंकि संविधान को मूलभूत रूप से बदलने की बात करने से बड़ा लोकतांत्रिक उल्लंघन और क्या हो सकता है। जनता पूछ रही है हमारे अधिकारों के खात्मे की साज़िश क्या आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है? भाजपा हटाओ, संविधान बचाओ! भाजपा हटाओ, आरक्षण बचाओ!  
मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतेंद्र (जीतू) पटवारी का कहना है, ''बीजेपी ने बाबा साहेब अंबेडकर की जयंती पर संविधान को कमजोर किया है। उनके सांसद ने कहा कि उन्हें 400 सीटें चाहिए क्योंकि उन्हें संविधान बदलना है। जब 'मोदी की गारंटी' की बात आती है, तो उनकी गारंटी है कि वह जो कहते हैं उसे पूरा नहीं करते हैं...झूठ की गारंटी - मोदी की गारंटी। ...भाजपा किसानों को धोखा देने में माहिर है...।''

संजय सिंह कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे से मिले

आम आदमी पार्टी सांसद संजय सिंह ने रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की। यह पूछे जाने पर खड़गे और उनकी क्या बातचीत हुई। संजय सिंह ने कहा-  ''वह सदन में हमारा हौसला बढ़ाते हैं। वह हमारे नेता प्रतिपक्ष हैं। जेल से रिहा होने के बाद मुझे उनसे मिलना था और आगामी लड़ाई के लिए उनका आशीर्वाद लेना था। दूसरा, हमने इंडिया अलायंस का न्यूनतम साझा कार्यक्रम (सीएमपी) जारी करने का प्रस्ताव भी रखा, ताकि इंडिया अलायंस की सरकार बनने के बाद हम लोगों के सामने जो प्रमुख मुद्दे रखेंगे, उनके बारे में बताया जा सके...।''

जगनमोहनरेड्डी पर हमले की निन्दा

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी शनिवार को विजयवाड़ा में एक रोड शो के दौरान घायल हो गए। रोड शो के दौरान पत्थर फेंके गए, जिनमें से एक पत्थर आंध्र के मुख्यमंत्री को लगा। जगन मोहन रेड्डी की आंख के ऊपर, उनकी कनपटी के बाईं ओर एक छोटा सा कट लगा। घटना के बाद पीएम मोदी ने जगन का हालचाल पूछा और उनके जल्द से जल्द ठीक होने की कामना की। तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने घटना की निन्दा की। स्टालिन ने कहा- "राजनीतिक मतभेदों को कभी भी हिंसा में नहीं बदलना चाहिए। आइए सभ्यता को बनाए रखें और हम लोकतांत्रिक प्रक्रिया में शामिल होते हुए परस्पर सम्मान करें। उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।" भारत राष्ट्र समिति के नेता और तेलंगाना विधायक केटी रामाराव ने भी हमले की निंदा की। वाईएस जगन मोहन रेड्डी की एक तस्वीर साझा करते हुए, उन्होंने एक्स पर कहा, "खुशी है कि आप सुरक्षित हैं। लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है और मुझे सख्त रोकथाम की उम्मीद है। चुनाव आयोग द्वारा उपाय किए गए हैं।"

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें