पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम ने उम्मीद जताई है कि उनके पिता जल्द ही घर लौट आएँगे क्योंकि वह निर्दोष हैं। पूर्व वित्त मंत्री को सीबीआई की विशेष अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेजने को कहा है।
उन्हें जल्द ही तिहाड़ जेल भेज दिया जाएगा, जहाँ उन्हें 19 सितंबर तक रहना होगा।
“
मेरे पिता निर्दोष हैं, उनके ख़िलाफ़ चल रहे मामले में कोई दम नहीं हैं, बीते 8 साल से यह मामला चल रहा है, लेकिन सीबीआई अब तक उनके ख़िलाफ़ चार्जशीट तक दाखिल नहीं कर पाई है।
कार्ति चिदंबरम, पी चिदंबरम के पुत्र
कार्ति ने कहा कि उन्हें भी जेल भेजा गया था, उनके ख़िलाफ़ कुछ नहीं पाया गया, वह घर लौट आए। इसी तरह उनके पिता भी जल्द ही घर लौट आएँगे। उन्होंने कहा, 'मुझे पता है कि इस तरह के माममलों में क्या होता है। मेरे ख़िलाफ़ मैक्सिस-एयरसेल केस में सीबीआई ने मुझे फँसाया, पर साबित कुछ भी नहीं कर पायी। ऐसा ही मेरे पिता के साथ किया जा रहा है।'
कार्ति चिदंबरम ने कहा उन्हें और उनके पिता को राजनीतिक बदले की भावना से परेशान किया जा रहा है, फँसाया जा रहा है, पर अंत में उन्ही की जीत होगी।
पी चिंदबरम पर आरोप है कि उन्होंने आईएनएक्स मीडिया को विदेशी पूंजी निवेश की मंजूरी देने में घपला किया, अपने पद का दुरुपयोग किया और जानबूझ कर नियमों का उल्लंघन कर आईएनएक्स को 300 करोड़ रुपये के निवेश की छूट दिलवाई, जबकि उसे 41 करोड़ रुपये के निवेश की अनुमति मिली थी। कार्ति पर आरोप यह है कि उन्होंने एक बेनामी कंपनी बना कर आईएनएक्स से पैसे लिए और उसे विदेशी निवेश की छूट पिता से कह कर दिलवाई।
चिदंबरम पर यह भी आरोप है कि उन्होंने इस पैसे का इस्तेमाल विदेशों में जायदाद खरीदने में किया। इसमें उन्होंने नियम क़ानून का उल्लंघन किया और इस तरह मनी लॉन्डरिंग भी की। प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी में यह मामला अलग से चल रहा है।
अपनी राय बतायें