फाइनेंशियल टाइम्स अखबार की एक रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में हुए जी- 20 शिखर सम्मेलन के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की मौत के संबंध में कनाडा के दावों के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चिंता व्यक्त की थी।
अमेरिका और भारत के शीर्ष नेताओं के बीच इस मुद्दे को लेकर चर्चा हुई थी। अखबार का दावा है कि शिखर सम्मेलन में इस मुद्दे को उठाया गया। सूत्रों का कहना है कि जो बाइडेन को लगा कि इस मुद्दे को सीधे अपने भारतीय समकक्ष के साथ संबोधित करना महत्वपूर्ण है।
इस पूरी स्थिति से परिचित दो लोगों ने कहा कि कनाडा ने अपने क़रीबी सहयोगी देशों से मामले को सीधे मोदी के सामने उठाने का आग्रह किया था, जिसके बाद कनाडा के सहयोगी नेताओं ने जी- 20 शिखर सम्मेलन में हस्तक्षेप किया था।
दावा किया गया है कि ओटावा ने उन्हें निजी तौर पर दावों का उल्लेख करने के लिए कहा था।
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कनाडा के पीएम ने उठाया था यह मामला
फाइनेंशियल टाइम्स अखबार की रिपोर्ट कहती है कि इससे पहले सोमवार को आश्चर्यजनक तौर पर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने आरोप लगाया था कि जून में खलिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या के पीछे भारत सरकार के "एजेंट" थे।उनके इस दावे को भारत सरकार ने "बेतुका" कहकर खारिज कर दिया है। कनाडा के प्रधानमंत्री के इस आरोप ने कनाडा-भारत संबंधों में खटास ला दी थी।
स्थिति यहां तक बिगड़ गई कि भारत ने गुरुवार को कनाडाई नागरिकों को वीजा जारी करना बंद कर दिया। भारत ने ओटावा को देश में अपनी राजनयिक उपस्थिति कम करने का आदेश दिया।
इससे पहले गुरुवार को, कनाडाई विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह अपने राजनयिकों की सुरक्षा के बारे में चिंताओं को लेकर भारत में मिशनों में अपने कर्मचारियों के स्तर को समायोजित कर रहा है।
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अमेरिका, कनाडा के आरोपों को गंभीरता से ले रहा
रिपोर्ट कहती है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने गर्मियों में एक हाई-प्रोफाइल राजकीय यात्रा के लिए पीएम मोदी की मेजबानी की थी।दोनों देशों के रिश्तें बेहद दोस्ताना है।दूसरी ओर अमेरिकी अधिकारियों ने इस बात से सख्ती से इनकार किया है कि वाशिंगटन भारत को नाराज करने से बचने के लिए इस मुद्दे पर चुप है।
व्हाइट हाउस ने कहा कि ट्रूडो के दावे के बाद वह "गहराई से चिंतित" था। अखबार सूत्रों के हवाले से लिखता है कि वाशिंगटन ने निष्कर्ष निकाला कि कनाडाई जांच के संभावित कानूनी निहितार्थों के कारण घोषणा से पहले सार्वजनिक रूप से विचार करना अनुचित होगा।
अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने गुरुवार को कहा है कि अमेरिकी प्रशासन ने कनाडा के आरोपों को गंभीरता से लिया है और चाहे कोई भी देश शामिल हो, अमेरिका सिद्धांतों की रक्षा करेगा।
उन्होंने कहा कि अमेरिका कनाडा के साथ निकटता से परामर्श कर रहा है।
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