अंडमान और निकोबार पुलिस ने राज्य के पूर्व मुख्य सचिव जितेंद्र नारायण के जॉब फॉर सेक्स रैकेट मामले में होटल व्यवसायी संदीप सिंह उर्फ रिंकू को गिरफ्तार कर लिया है। रिंकू ने ही इस मामले में शिकायत करने वाली युवती की अंडमान और निकोबार के पूर्व श्रम आयुक्त आरएल ऋषि से मुलाकात करवाई थी।
युवती ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया था कि आरएल ऋषि उसे पूर्व मुख्य सचिव के आवास पर ले गया था। रिंकू को रविवार को हरियाणा के करनाल से गिरफ्तार किया गया है। अंडमान और निकोबार की पुलिस रिंकू को पोर्ट ब्लेयर लेकर गई है।
ऋषि नहीं हुआ गिरफ्तार
रिंकू और आरएल ऋषि इस मामले में 1 अक्टूबर को एफआईआर दर्ज होने के बाद से ही फरार चल रहे थे। अभी तक आरएल ऋषि की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
भुवनेश्वर भागने की तैयारी में था रिंकू
रिंकू की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने बताया कि पुलिस टीम ने हरिद्वार और ऋषिकेश में 100 से ज्यादा होटलों में उसकी तलाश की थी। रिंकू को उस वक्त गिरफ्तार किया गया जब वह हरियाणा के करनाल से कैब के जरिये भुवनेश्वर भागने की तैयारी में था। पुलिस ने बताया कि पोर्ट ब्लेयर से भागने के बाद से ही रिंकू दिल्ली, कोलकाता में छिपता फिर रहा था।
जितेंद्र नारायण और पूर्व श्रम आयुक्त आरएल ऋषि के खिलाफ 21 वर्षीय एक युवती ने यौन शोषण का आरोप लगाया था। द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक युवती और होटल व्यवसायी रिंकू के बीच जब फोन पर बातचीत हुई थी तो रिंकू ने युवती से कहा था, “वह देश का बड़ा आदमी है वह खास ही लड़की देखता है।” यह बातचीत 2 मिनट तक चली थी। इस बातचीत को पूर्व श्रम आयुक्त आरएल ऋषि भी सुन रहा था।
द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, यह ऑडियो कॉल युवती के द्वारा इस मामले की जांच कर रही एसआईटी को सौंपे गए सुबूतों का एक अहम हिस्सा है।
सरकारी आवास पर लाई गई महिलाएं
बताना होगा कि अंडमान और निकोबार के पूर्व मुख्य सचिव जितेंद्र नारायण और पूर्व श्रम आयुक्त आरएल ऋषि के खिलाफ सामूहिक बलात्कार का आरोप लगा है। इस मामले की जांच कर रही एसआईटी ने कुछ दिन पहले खुलासा किया था कि जितेंद्र नारायण के सरकारी आवास पर 20 से ज्यादा महिलाओं को लाया गया था। द इंडियन एक्सप्रेस ने खबर दी थी कि इनमें से कुछ महिलाओं ने आरोप लगाया था कि नौकरी देने का लालच देकर उनका यौन शोषण किया गया।
जितेंद्र नारायण 1990 बैच के आईएएस अफसर हैं और इस साल जुलाई तक वह अंडमान और निकोबार में मुख्य सचिव के पद पर तैनात थे। उसके बाद वह दिल्ली वित्तीय निगम के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक के पद पर नियुक्त किए गए थे। जितेंद्र नारायण पर लगे सामूहिक बलात्कार के आरोपों के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था।
कैसे हुई रिंकू से मुलाकात?
युवती ने अखबार को बताया कि वह रिंकू से पोर्ट ब्लेयर में स्थित उसके होटल देसी लाउंज में मिली थी और उस दौरान वह पर्यटकों के ग्रुप को लोकल गाइड के तौर पर डिनर के लिए उसके होटल में लेकर गई थी। रिंकू ने तब उससे कहा कि वह इस तरह की ‘छोटी नौकरी’ क्यों कर रही है और वह उसके लिए बहुत जल्द कुछ ‘परमानेंट’ व्यवस्था कर देगा। इसके बाद रिंकू ने उसे तत्कालीन श्रम आयुक्त आरएल ऋषि से उनके दफ्तर में मिलवाया था। इसके एक महीने बाद आरएल ऋषि उसे पोर्ट ब्लेयर के वीआईपी रोड स्थित मुख्य सचिव जितेंद्र नारायण के आवास पर ले गया था।
10 नवंबर को पोर्ट ब्लेयर की सेशन कोर्ट ने जितेंद्र नारायण की जमानत को रद्द कर दिया था।
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