एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने कहा है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दिल्ली को सांप्रदायिक दंगों से नहीं बचा पाए। पश्चिमी महाराष्ट्र के कोल्हापुर में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की एक रैली में शनिवार शाम को पवार ने हनुमान जयंती के जुलूस के दौरान दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हुई हिंसा का जिक्र किया।
पवार ने कहा, कुछ दिन पहले, दिल्ली सांप्रदायिक तनाव के कारण जल रही थी। दिल्ली में केजरीवाल की सरकार है, लेकिन दिल्ली की पुलिस अमित शाह द्वारा नियंत्रित केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन आती है। शाह दिल्ली शहर को सांप्रदायिक दंगों से बचाने में नाकाम रहे।
पवार ने आगे कहा, अगर दिल्ली में कुछ होता है, तो दुनिया में संदेश जाता है। दुनिया यही कहेगी कि दिल्ली में अशांति है। आपके पास ताकत है, लेकिन आप दिल्ली को संभाल नहीं सकते।
उन्होंने हुबली में हुए दंगों को लेकर कर्नाटक की बीजेपी सरकार पर भी निशाना साधा।
उन्होंने कहा, एक होर्डिंग पर अल्पसंख्यक समुदायों की दुकानों और उनके मालिकों के नाम लिखे हुए थे। उस पर यह भी लिखा था कि लोग ऐसी दुकानों से चीजें न खरीदें। जिन राज्यों में बीजेपी सत्ता में है, वहां यह एक आम तस्वीर है।
बता दें कि महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की गठबंधन सरकार में एनसीपी भी है। ईडी समेत कई केंद्रीय एजेंसियों ने महाराष्ट्र के कई मंत्रियों जो एनसीपी से जुड़े हैं, उन पर कार्रवाई की है। एनसीपी के वरिष्ठ नेता नवाब मलिक ने एनसीबी के तत्कालीन जोनल चेयरमैन समीर वानखेड़े पर कई आरोप लगाए और उसकी जांच हुई। उसके बाद एनसीबी ने समीर को मुंबई से हटा दिया लेकिन उसके बाद बीजेपी ने नवाब मलिक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। समीर वानखेड़े ने उस क्रूज पर छापा मारा था, जिस पर नामी बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान का बेटा आर्यन खान भी था। समीर ने उसके पास से ड्रग्स बरामद करने का दावा किया था, लेकिन जांच में वो बात साबित नहीं हो सकी। यह केस अब अदालत में हैं, जबकि आर्यन को जमानत मिल चुकी है। नवाब मलिक की शिकायत पर ही समीर वानखेड़े का एक अवैध पब मुंबई में पाया गया।
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