कुंडापुरा कॉलेज के गेट पर खड़े होकर, कॉलेज के प्रिंसिपल रामकृष्ण ने खुद छात्राओं को रोका और कहा कि अगर वे कक्षाओं के अंदर हिजाब पहनने का इरादा रखती हैं, तो वे कक्षाओं में न जाएँ। इसके बाद छात्राओं ने यह जानने की मांग की कि अचानक हिजाब पहनने पर प्रतिबंध क्यों लगाया जा रहा है। क्योंकि पहले ऐसा कोई नियम नहीं था। छात्राओं का तर्क था कि वे लंबे समय से हिजाब में कॉलेज आ रही हैं और उन्हें अनुमति दी जानी चाहिए। लेकिन उन्हें प्रवेश से इनकार कर दिया गया था।
Muslim students of Government PU College, Kundapura in Karnataka are prevented from attending classes in Hijab. Police personnel are deployed outside the college as tension prevails in the area. @TheQuint pic.twitter.com/BnSZVeP55v
— Nikhila Henry (@NikhilaHenry) February 3, 2022
Hindu boys wearing saffron shawls after muslim girls demand Hijab in Karnataka college.
— Migrant Hindu (@ynitish99) February 3, 2022
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प्रदर्शनकारी छात्रों ने मांग की है कि अगर हिजाब और बुर्के की अनुमति है, तो कक्षाओं में भगवा शॉल भी ले जाने की अनुमति दी जानी चाहिए।चुनाव से है संबंधकर्नाटक में अचानक हिजाब विरोध बढ़ने को पांच राज्यों के चुनाव से जोड़ा जा रहा है। तमाम लोग सोशल मीडिया पर लिख रहे हैं कि यूपी चुनाव में बीजेपी कड़े मुकाबले का सामना कर रही है। वहां हिन्दू मतदाताओं का ध्रुवीकरण न होने से बीजेपी की मुश्किल बढ़ गई है। ऐसे में कर्नाटक के कॉलेजों में हिजाब पर पाबंदी लगवाकर वो मुस्लिम संगठनों को उकसाने की कोशिश कर रही है। ताकि यूपी में ध्रुवीकरण कराया जा सके।
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