कोरोना के नए वैरिएंट के ख़तरे को देखते हुए बुधवार को बड़ा फ़ैसला लिया गया है। सरकार ने 15 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को शुरू करने के फ़ैसले को वापस ले लिया है। यह फ़ैसला 26 नवंबर को लिया गया था। उधर, देश भर में सभी एयरपोर्ट्स पर ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर जारी गाइडलाइंस का पालन कराने को लेकर ज़रूरी तैयारियां की गई हैं।
उड्डयन विभाग के निदेशालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि दुनिया भर में बन रहे ताज़ा हालात को देखते हुए स्थिति पर नज़र रखी जा रही है और अंतराष्ट्रीय उड़ानों को शुरू करने की तारीख़ के बारे में फ़ैसला आगे लिया जाएगा।
बीते शनिवार को हुई बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अफ़सरों को सलाह दी थी कि वे अंतरराष्ट्रीय उड़ान को लेकर लगाए गए प्रतिबंधों में ढील देने के फ़ैसले की समीक्षा करें। इससे पहले ओमिक्रॉन के ख़तरे को देखते हुए 14 देशों के साथ हवाई सेवाएं सीमित भी कर दी गई थीं।
यह नया वैरिएंट अब तक दुनिया के 10 से ज़्यादा देशों में मिल चुका है और इसने अमेरिका, यूरोप और एशिया के बाज़ारों पर भी असर डाला है।
बीते कुछ ही दिनों में यह वायरस दक्षिण अफ्रीका से शुरू होकर कई देशों में पहुंच गया है और दुनिया के कई देशों ने इस वैरिएंट से प्रभावित देशों से आने वाली उड़ानों को रोक दिया है। भारत में भी कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने केंद्र सरकार से ऐसे देशों से आने वाली उड़ानों को रोकने की मांग की है।
लेकिन भारत सरकार ने कहा है कि देश में अभी तक इसका कोई मामला सामने नहीं आया है। स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि सरकार हालात पर बारीकी से नजर रख रही है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि नया वैरिएंट बहुत ज़्यादा ख़तरनाक है, यह दुनिया भर में फैल सकता है और इसके फैलने के गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
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