एयरपोर्ट पर पैसेंजरों को छोड़कर उड़ जाने वाली फ्लाइट का एक और मामला सामने आया है। सिंगापुर जाने वाली एक फ्लाइट ने तय समय से कुछ घंटे पहले उड़ान भरी, जिससे अमृतसर हवाई अड्डे पर 35 यात्री पीछे रह गए। इस मामले में अमृतसर हवाईअड्डे पर बुधवार रात को काफी हंगामा हुआ।
स्कूट एयरलाइन की फ्लाइट बुधवार शाम 7.55 बजे रवाना होने वाली थी, लेकिन इसने दोपहर 3 बजे ही उड़ान भरी और चली गई।
एयरलाइन ने कहा कि यात्रियों को उड़ान के समय में बदलाव के बारे में ई-मेल के जरिए सूचित किया गया था। वे लोग समय पर क्यों नहीं आए।
विमान ने उन यात्रियों को लेकर उड़ान भरी जो ई-मेल देखने के बाद हवाईअड्डे पहुंचे।
अमृतसर एयरपोर्ट के अधिकारियों ने भी बताया कि ग्रुप में 30 लोगों के लिए टिकट बुक करने वाले ट्रैवल एजेंट ने यात्रियों को सिंगापुर जाने वाली फ्लाइट के समय में बदलाव की जानकारी नहीं दी।
डीजीसीए ने कहा है कि वो इस मामले की जांच कर रही है। बता दें कि इस महीने की शुरुआत में, 50 से अधिक यात्रियों को कथित तौर पर बेंगलुरू हवाई अड्डे पर पीछे छोड़ दिया गया था, जब एक गो फर्स्ट फ्लाइट ने उनके बिना उड़ान भरी थी। डीजीसीए उसकी भी जांच कर रहा है लेकिन जांच रिपोर्ट अभी तक आई नहीं है।
बेंगलुरु एयरपोर्ट की घटना 9 जनवरी को हुई थी। बेंगलुरू हवाईअड्डे पर 50 यात्रियों को छोड़कर उड़ जाने वाली गो फर्स्ट एयरवेज ने अगले दिन अपने ग्राहकों से माफी मांगी और कहा कि जांच होने तक सभी संबंधित कर्मचारी ड्यूटी से बाहर रहेंगे। गो फर्स्ट ने कहा कि यह "अनजाने में हुई चूक के कारण हुआ। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने 10 जनवरी को गो फर्स्ट को कारण बताओ नोटिस भेजा था, जिसमें "कई गलतियों" को उजागर किया गया, जिन्हें आसानी से टाला जा सकता था।
फ्लाइट के जाने के बाद कई यात्रियों ने ट्विटर पर इस मामले की शिकायत की की थी। यात्रियों ने गो फर्स्ट एयरलाइन, नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यालय को टैग करते हुए ट्विटर पर शिकायतों में कहा कि बेंगलुरु से दिल्ली जाने वाली फ्लाइट G8 116 ने सुबह करीब 6.30 बजे उड़ान भरी, जिसने 50 से अधिक यात्री को छोड़ दिया।
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