देश में रविवार को कोरोना संक्रमण के रिकॉर्ड मामले आने के बाद अब सोमवार का आँकड़ा कुछ राहत देने वाला आया है। मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार देश में सोमवार को 24 घंटे में 96 हज़ार 982 मामले आए हैं। इससे एक दिन पहले रविवार को 1 लाख से ज़्यादा संक्रमण के मामले आए थे। हालाँकि, आम तौर पर यह देखा गया है कि सोमवार के संक्रमण के मामले हफ़्ते के दूसरे दिनों की अपेक्षा कम रिकॉर्ड होते रहे हैं। इसलिए आज संक्रमण के मामले कम आने का मतलब यह नहीं हो सकता है कि अब संक्रमण के मामले कम होने ही लगे हैं। आगे कुछ और दिनों तक संक्रमण के मामले कम होने पर ही साफ़ तौर पर कुछ भी कहा जा सकता है।
पूरे देश में 24 घंटे में 446 लोगों की मौत हो गई है और अब तक कुल 1 लाख 65 हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। 1 करोड़ 26 लाख 86 हज़ार से ज़्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं। सबसे ज़्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र है और पिछले 24 घंटों में वहाँ क़रीब 47 हज़ार संक्रमण के मामले आए हैं।
बता दें कि रविवार को देश में पहली बार कोरोना संक्रमण के 1 लाख से ज़्यादा मामले आए थे। कोरोना की पहली लहर में भी सबसे बड़ा आंकड़ा पिछले साल 16 सितंबर को आया था। यह आंकड़ा 97 हज़ार 894 था।
कोरोना संक्रमण की गंभीर स्थिति को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 अप्रैल को मुख्यमंत्रियों से बातचीत करेंगे। इस दौरान वे कोरोना के टीकाकरण कार्यक्रम की समीक्षा भी करेंगे। बताया जा रहा है कि यह बैठक शाम को 6.30 बजे होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते रविवार को भी उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की थी। इसमें फ़ैसला लिया गया कि केंद्र की ओर से महाराष्ट्र, पंजाब और छत्तीसगढ़ में टीमें भेजी जाएंगी। इन टीमों में स्वास्थ्य क्षेत्र के विशेषज्ञ शामिल होंगे।
प्रधानमंत्री ने 17 मार्च को भी मुख्यमंत्रियों से बातचीत की थी और इसमें कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर त्वरित और निर्णायक क़दम उठाने के लिए कहा था।
अपनी राय बतायें