क्या कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर अपने शिखर पर पहुँच चुकी है और यह अब लगातार ढलान पर है? पिछले एक हफ़्ते के आँकड़े तो कम से कम यही इशारा करते हैं। देश में शनिवार को कोरोना संक्रमण के मामले घटकर 3 लाख 11 हज़ार 170 पहुँच गए हैं। एक दिन पहले स्वास्थ्य विभाग द्वारा शनिवार को जारी शुक्रवार के आँकड़ों के अनुसार 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 3,26,098 मामले दर्ज किए गए थे और 3,890 लोगों की मौत हुई थी। इससे भी एक दिन पहले संक्रमण का आँकड़ा 3,43,144 था। हालाँकि पॉजिटिव केस कम हुए हैं, लेकिन शनिवार को 4 हज़ार 77 मौत के मामले दर्ज किए गए हैं।
एक मई को पहली बार देश में 4 लाख से ज़्यादा केस आए थे। एक दिन में अब तक सबसे ज़्यादा 4 लाख 14 हज़ार मामले 7 मई को दर्ज किए गए थे। इसके बाद से संक्रमण के मामले कम होते रहे हैं। समझा जाता है कि कोरोना की दूसरी लहर अब अपने शिखर पर पहुँच चुकी है। हालाँकि अभी यह आधिकारिक तौर पर नहीं कहा गया है और इसकी पुष्टि अभी कुछ दिनों बाद ही की जा सकेगी जब मामले बढ़ते हुए नहीं दिखेंगे।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा रविवार को जारी शनिवार के आँकड़े के अनुसार 24 घंटे में 3 लाख 62 हज़ार 437 मरीज ठीक हुए हैं। यानी नये संक्रमित मरीज़ों से ज़्यादा ठीक होकर लोग अपने घर चले गए। अब तक देश में कुल 2 करोड़ 46 लाख से ज़्यादा संक्रमण के मामले आ चुके हैं और 2 करोड़ 7 लाख से ज़्यादा ठीक हो चुके हैं। 2 लाख 70 हज़ार 284 कोरोना मरीज़ों की अब तक मौत हो चुकी है। सक्रिए मामलों की संख्या भी क़रीब 36 लाख 18 हज़ार है।
महाराष्ट्र में भी संक्रमण के मामले घटते हुए दिख रहे हैं। महाराष्ट्र में कुछ हफ़्ते पहले तक 60 हज़ार से ज़्यादा कोरोना पॉजिटिव केस आ रहे थे, लेकिन अब इस मामले में एक राहत की ख़बर है। पिछले कई हफ़्तों बाद 40 हज़ार से कम पॉजिटिव केस आने लगे हैं। शनिवार को 24 घंटे में राज्य में 34 हज़ार 898 पॉजिटिव केस दर्ज किए गए। इससे पहले शुक्रवार को 40 हज़ार से कुछ कम मामले आए थे। हालाँकि, मौत के अधिक मामले चिंता का कारण बने हुए हैं। शनिवार को 960 मौतें दर्ज की गईं। इससे एक दिन पहले 695 लोगों की मौत हुई थी।
महाराष्ट्र में अब देश में हर रोज़ सबसे ज़्यादा कोरोना संक्रमण के मामले नहीं आ रहे हैं। यहाँ लंबे समय से सबसे ज़्यादा मामले रिकॉर्ड किए जा रहे थे। अब 24 घंटे में महाराष्ट्र से ज़्यादा कर्नाटक में केस आए हैं। कर्नाटक में शनिवार को 41 हज़ार 664 केस रिकॉर्ड किए गए।
महाराष्ट्र में 24 घंटों में ठीक होने वालों की संख्या कुल आए पॉजिटिव मामलों से अधिक हो गई है। शनिवार को 59,073 मरीजों को छुट्टी दी गई।
महाराष्ट्र की रिकवरी रेट 89.2 फ़ीसदी है। राज्य की पॉजिटिविटी रेट में भी गिरावट आई है और अब यह 17.33 फीसदी पहुँच गई है।
दिल्ली में भी स्थिति काबू में आती दिख रही है। दिल्ली में शनिवार को 6430 पॉजिटिव केस आए। यह लगातार दूसरा दिन है जब राज्य में 10 हज़ार से कम मामले आए हैं। इससे पहले शुक्रवार को 8,506 नए मामले सामने आए थे जो एक महीने में सबसे कम आंकड़ा था। पॉजिटिविटी रेट यानी संक्रमण दर अब कम होकर 11.32 फ़ीसदी रह गई है।
देश में भले ही संक्रमण के मामले कम हो रहे हैं, लेकिन दो दिन पहले ही विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि भारत में कोरोना की स्थिति बेहद चिंताजनक है और कई राज्यों में संक्रमण, अस्पतालों की स्थिति और हो रही मौतों के मामले लगातार चिंता का विषय बने हुए हैं। डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेड्रोस घेब्रेयिसस ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना महामारी का दूसरा साल दुनिया के लिए पहले साल से ज़्यादा ख़तरनाक होगा।
घेब्रेयिसस ने कहा कि भारत में कोरोना को लेकर बने हालात पर उसकी नज़र है और उसने हज़ारों ऑक्सीजन कन्सन्ट्रेटर्स, मास्क सहित बाक़ी चीजें भेजी हैं। उन्होंने उन सभी देशों को धन्यवाद दिया जो भारत की मदद कर रहे हैं।
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