देश में फिर से रिकॉर्ड कोरोना संक्रमण के मामले आए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने आज जो गुरुवार के आँकड़े जारी किए हैं उसके अनुसार 24 घंटे में 3 लाख 32 हज़ार 730 पॉजिटिव केस दर्ज किए गए हैं। इस दौरान 2263 लोगों की मौत हुई। एक दिन में यह आँकड़ा सबसे ज़्यादा है। यह लगातार दूसरा दिन है जब तीन लाख से ज़्यादा संक्रमण के मामले आए हैं। एक दिन पहले बुधवार को 24 घंटे में 3 लाख 14 हज़ार 835 पॉजिटिव केस आए थे और 2104 लोगों की मौत हुई थी।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार देश में अब तक कुल मिलाकर 1 करोड़ 62 लाख 63 हज़ार से ज़्यादा संक्रमण के मामले आए हैं। 1 करोड़ 36 लाख से ज़्यादा मरीज़ ठीक हो चुके हैं। मरने वालों की कुल संख्या 1 लाख 86 हज़ार 920 हो गई है। देश में अब सक्रिए मामलों की संख्या 24 लाख 28 हज़ार से ज़्यादा हो गई है।
देश में सबसे ज़्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र है। राज्य में गुरुवार को 67,013 नये मामले आए। अब तक कुल 40.94 लाख से अधिक पॉजिटिव केस आ चुके हैं। महाराष्ट्र के बाद दक्षिण के राज्यों में केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में सबसे अधिक संक्रमण है। केरल में गुरुवार को 26,995 कोरोना मामले आए। एक दिन में यह सबसे ज़्यादा है। दिल्ली में 26 हज़ार से अधिक मामले आए हैं और 306 रोगियों की मौत हुई।
भारत में जितने अब हर रोज़ संक्रमण के मामले आ रहे हैं उतने किसी भी देश में नहीं आए हैं। यह संक्रमण की दूसरी लहर है और यह बेहद तेज़ी से फैल रहा है। 4 अप्रैल को पहली बार एक दिन में 1 लाख से ज़्यादा केस आए थे और 14 अप्रैल को एक दिन में 2 लाख से ज़्यादा केस हो गए।
सिर्फ़ सात दिनों में ही यानी 21 अप्रैल को 3 लाख से भी ज़्यादा मामले आ गए। अब आशंका यह जताई जा रही है कि जल्द ही एक दिन में मामले 4 लाख भी हो सकते हैं।
संक्रमण के इतनी तेज़ी से फैलने के बीच ही कोरोना का अब एक नया ख़तरा उभर रहा है। ट्रिपल म्यूटेंट के केस आए हैं। कहा जा रहा है कि डबल म्यूटेंट में ही एक नये म्यूटेंट के संकेत मिले हैं। यही ट्रिपल म्यूटेंट है।
ट्रिपल म्यूटेंट का मतलब है कि तीन अलग-अलग म्यूटेंट का समावेश। यह भी कोरोना का एक स्ट्रेन या यूँ कहें तो एक प्रकार है। जब कोरोना वायरस फैलता है तो म्यूटेट यानी अपनी नकल बनाता जाता है और इस प्रक्रिया में कई बार हूबहू वही नकल नहीं बना पाता है। यानी नये क़िस्म के रूप में कोरोना वायरस आ जाता है और फिर यह इसी रूप में भी फैलने लगता है। ट्रिपल म्यूटेंटे भी ऐसा ही एक नये प्रकार का कोरोना है।
ट्रिपल म्यूटेंट के ये मामले दूसरी लहर का सामना कर रहे महाराष्ट्र, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ से लिए गए सैंपलों में मिले हैं। विशेषज्ञ कहते हैं कि ट्रिपल म्यूटेंट शरीर की इम्यूनिटी को बायपास करने यानी सुरक्षा कवच को भेदने में ज़्यादा सक्षम हो सकता है। इसका साफ़ मतलब होगा कि यह स्थिति ज़्यादा ख़तरनाक होगी।
विशेषज्ञों का कहना है कि देश में कोरोना संक्रमण के जो ताज़ा हालात हैं उसमें भारत में ही पाए गए कोरोना के नये स्ट्रेन ‘डबल म्यूटेंट’ का हाथ हो सकता है। हालाँकि, इसकी स्पष्ट तौर पर पुष्टि नहीं हो पाई है।
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