loader

कोविड: नये वैरिएंट के बीच आए 841 केस, 7 माह में रिकॉर्ड संख्या

कोरोना संक्रमण के मामलों में फिर से तेजी आ रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में रविवार सुबह जारी आँकड़ों के मुताबिक़ 24 घंटे में 841 नए कोविड के मामले दर्ज किए गए। पिछले 227 दिनों यानी सात महीनों में यह संख्या सबसे अधिक है। पिछले कुछ दिनों से यह बढ़ोतरी तब हो रही है जब जेएन.1 सब-वैरिएंट के मामले सामने आए हैं। 

हाल ही में इस नये सब-वैरिएंट जेएन.1 का पता चला है। शुक्रवार तक नौ राज्यों से जेएन.1 सब-वैरिएंट के 178 मामले सामने आए हैं। इनमें सबसे अधिक संख्या गोवा में 47 और उसके बाद केरल में 41 दर्ज की गई है। गुजरात में 36, कर्नाटक में 34, महाराष्ट्र में नौ, राजस्थान और तमिलनाडु में चार-चार, तेलंगाना में दो और दिल्ली में एक जेएन.1 सब वैरिएंट के मामले सामने आए हैं।

ताज़ा ख़बरें

पिछले एक दिन के आँकड़े रविवार सुबह अपडेट किए जाने के साथ ही कोरोना के सक्रिय मामले बढ़कर 4,309 हो गये हैं। इससे एक दिन पहले यह संख्या 3,997 थी। देश में कोरोना वायरस के कारण तीन नई मौतें भी हुईं, जिनमें केरल, कर्नाटक और बिहार में एक-एक मौत शामिल है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, एक दिन पहले शनिवार को आज से क़रीब एक सौ मामले कम आए थे और 743 कोविड मामले दर्ज किए गए थे जबकि सात मौतें हुई थीं।

कहा जा रहा है कि कोरोनो वायरस जेएन.1 सब-वैरिएंट के आने और ठंडे मौसम की स्थिति ने मामलों में हालिया वृद्धि में योगदान दिया है। जनवरी 2020 में कोविड के प्रकोप के बाद से भारत में 4.50 करोड़ मामले आए हैं और 5,33,361 मौतें हुई हैं। राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत कोविड-19 टीकों की 220.67 करोड़ से अधिक खुराकें दी जा चुकी हैं।
देश से और ख़बरें

नए साल के स्वागत को देखते हुए स्वास्थ्य अधिकारी सतर्क हैं और नागरिकों से वायरस के आगे प्रसार को रोकने के लिए कोविड -19 सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने का आग्रह कर रहे हैं। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार विशेषज्ञों ने को -मोर्बिडिटी वाले लोगों और बुजुर्गों को भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचने और फेस मास्क पहनने की सलाह दी है।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें