देश आज यानी 26 जनवरी को 75वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। नयी दिल्ली में हो रहे मुख्य समारोह में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों मुख्य अतिथि हैं। दिल्ली में गणतंत्र दिवस समारोह के लिए बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
आधिकारिक कार्यक्रम कर्तव्य पथ पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा तिरंगा फहराने और उसके बाद राष्ट्रगान के साथ शुरू हुआ। सामाजिक-आर्थिक गतिविधियों में महिलाओं की भूमिका से लेकर महिला वैज्ञानिकों के योगदान तक, इस गणतंत्र दिवस पर परेड 'महिला सशक्तिकरण' पर केंद्रित है। सरकार पहले ही घोषणा कर चुकी थी कि कर्तव्य पथ पर 75वें गणतंत्र दिवस की परेड महिला केंद्रित होगी और 'विकसित भारत' और 'भारत-लोकतंत्र की मातृका' मुख्य विषय होंगे। गणतंत्र दिवस परेड के हिस्से के रूप में पहली बार सभी महिलाओं की त्रि-सेवा टुकड़ी ने कर्तव्य पथ पर मार्च किया। पहली टुकड़ी का नेतृत्व सैन्य पुलिस की कैप्टन संध्या ने किया, जिसमें तीन अतिरिक्त अधिकारी कैप्टन शरण्या राव, सब लेफ्टिनेंट अंशू यादव और फ्लाइट लेफ्टिनेंट सृष्टि राव शामिल थीं। एक महिला सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा टुकड़ी थी, जिसका नेतृत्व आर्टी डेंटल कोर की कैप्टन अंबा सामंत, भारतीय नौसेना की सर्जन लेफ्टिनेंट कंचना और भारतीय वायु सेना की फ्लाइट लेफ्टिनेंट दिव्या प्रिया के साथ मेजर सृष्टि खुल्लर ने किया।
इस वर्ष के मुख्य समारोह के दौरान होने वाली परेड में आकर्षण का केंद्र स्वदेशी रूप से विकसित हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस और हाल ही में शामिल किए गए सी-295 परिवहन विमान रहे। गणतंत्र दिवस समारोह के हिस्से के रूप में फ्रांसीसी प्रतिनिधिमंडल ने भी कर्तव्य पथ पर भारतीय सैनिकों के साथ मार्च किया।
इस वर्ष की परेड में 13,000 विशेष अतिथियों ने भाग लिया।
परेड को लेकर यातायात परामर्श में कहा गया कि परेड विजय चौक, कर्तव्य पथ, सी-हेक्सागन, सुभाष चंद्र बोस गोल चक्कर, तिलक मार्ग, बहादुर शाह जफर मार्ग, नेताजी सुभाष मार्ग और लाल किले से होकर गुजरेगी और इस दौरान यातायात प्रभावित रहेगा।
सी-हेक्सागन-इंडिया गेट शुक्रवार सुबह 9.15 बजे से परेड के तिलक मार्ग पार करने तक यातायात के लिए बंद रहा। शुक्रवार सुबह 10.30 बजे से तिलक मार्ग, बहादुर शाह जफर मार्ग और नेताजी सुभाष मार्ग पर यातायात की अनुमति नहीं रही।
दिल्ली में गणतंत्र दिवस समारोह के लिए बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है और पुलिस ने किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए भारी बल को गश्त पर लगा रखा है।
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