loader

भारत में कोरोना की चौथी लहर जून तक संभव: आईआईटी कानपुर के शोधकर्ता

भारत में क्या कोरोना की अगली लहर आ सकती है? इस सवाल का जवाब आईआईटी कानपुर के शोधकर्ताओं ने ढूंढा है। उनका कहना है कि देश में कोरोना की चौथी लहर अगले 4 महीने में आ सकती है। यह लहर 4 महीने तक रह सकती है। शोध में कहा गया है कि गंभीरता देश भर में टीकाकरण की स्थिति, कोरोना के नये वैरिएंट की प्रकृति पर निर्भर करेगी।

यह रिपोर्ट तब आई है जब देश में फ़िलहाल हर रोज़ क़रीब 10 हज़ार मामले सामने आ रहे हैं। मौजूदा वक़्त में ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामले सबसे ज़्यादा आ रहे हैं। इसके अलावा डेल्टा जैसे वैरिएंट के भी मामले आ रहे हैं। एक अन्य हालिया अध्ययन से पता चला है कि अगला कोविड वैरिएंट दो अलग-अलग तरीकों से उभर सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि ओमिक्रॉन का विकास जारी है और कुछ प्रकार का ओमिक्रॉन-प्लस वैरिएंट के रूप में आ सकता है जो बीए.1 या बीए.2 से भी बदतर होगा। दूसरी संभावना यह है कि एक अलग ही नया वैरिएंट सामने आ जाए। 

ताज़ा ख़बरें

शोध के अनुसार, भारत में जून के मध्य से जून के अंत तक चौथी लहर आ सकती है। अध्ययन का नेतृत्व आईआईटी कानपुर के गणित विभाग के सबरा प्रसाद राजेशभाई, सुभरा शंकर धर और शलभ ने किया है। अध्ययन को MedRxiv में प्री-प्रिंट के रूप में प्रकाशित किया गया है।

शोधकर्ताओं ने कहा है कि डेटा बताते हैं कि भारत में कोरोना की चौथी लहर प्रारंभिक डेटा उपलब्ध होने की तारीख़ से 936 दिनों के बाद आएगी। देश में कोरोना संक्रमण का पहला मामला 30 जनवरी, 2020 को आया था।

उन्होंने कहा है कि इसलिए चौथी लहर 22 जून, 2022 से शुरू होगी, 24 अक्टूबर, 2022 को समाप्त होगी और अंदाजा है कि लगभग 15 अगस्त से 31 अगस्त, 2022 तक यह अपने शिखर पर होगी।

शोध के अनुसार, इस बात की पूरी संभावना है कि इस वायरस के नए वैरिएंट की प्रकृति, टीकाकरण का प्रभाव भी संक्रमण की संभावना, संक्रमण की डिग्री और चौथी लहर से संबंधित विभिन्न पक्षों पर अहम असर डाल सकता है।

इसके अलावा, इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि नया वैरिएंट पहले से पहचाने गए दूसरों की तुलना में कम गंभीर होगा। 

देश से और ख़बरें
बता दें कि विमानन नियामक डीजीसीए ने सोमवार को कहा है कि देश में नियमित अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों के निलंबन को अगले आदेश तक बढ़ा दिया गया है। इससे पहले यह निलंबन आदेश 28 फ़रवरी तक था। मार्च 2020 में कोरोना लॉकडाउन लगाए जाने के साथ ही ये उड़ानें निलंबित कर दी गई थीं और तब से निलंबन जारी है। एक ख़ास व्यवस्था के तहत कुछ देशों में यात्री उड़ानें संचालित की जा रही हैं।
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

इंडिया गठबंधन से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें