लॉकडाउन के बाद भी कोरोना वायरस का फैलना नहीं रुका है। 14 दिन पहले यानी 29 मार्च को जहाँ 160 ज़िले वायरस से प्रभावित थे वे अब बढ़कर 364 हो गए हैं। यानी देश के 718 ज़िलों में से आधे अब कोरोना की चपेट में हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने 24 मार्च को जो देश भर में लॉकडाउन की घोषणा की थी उसकी मियाद भी अब ख़त्म होने को आ गई है और अब संकेत ऐसे मिल रहे हैं कि इसको इस महीने के आख़िर तक बढ़ाया जाना क़रीब-क़रीब तय है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह आँकड़ा जारी कर बताया है कि पिछले दस दिनों में क़रीब 120 ज़िलों में यह वायरस फैल गया है। 29 मार्च से छह अप्रैल यानी आठ दिनों में कोरोना प्रभावित ज़िलों की संख्या 190 से बढ़कर 284 हो गई थी। बता दें कि 24 मार्च को ही लॉकडाउन की घोषणा की गई थी। यानी लॉकडाउन की घोषणा के बाद भी नये ज़िलों में इसका फैलना नहीं रुका है। और यही कारण है कि कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है।
देश में ऐसे मरीजों की संख्या भी बढ़ी है। पिछले रविवार को यह संख्या जहाँ क़रीब 3500 थी वह बढ़कर अब 8356 हो गई है। मरने वालों की संख्या भी 273 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में सबसे ज़्यादा 40 ज़िले कोरोना की चपेट में हैं। इसके बाद तमिलनाडु में 33 ज़िले, महाराष्ट्र में 27 और दिल्ली में 11 ज़िले इससे प्रभावित हैं।
कोरोना के काबू नहीं होने की ऐसी स्थिति के बीच ही प्रधानमंत्री मोदी ने एक दिन पहले 13 मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग की थी और इसको फैलने से रोकने के तरीक़ों पर चर्चा की थी। इस दौरान लॉकडाउन को बढ़ाने के बारे में तो चर्चा हुई ही थी, इसके साथ ही इस उपाय पर भी चर्चा हुई थी कि देश भर में कोरोना प्रभावित क्षेत्रों को तीन स्तरों- रेड, ऑरेंज और ग्रीन में बाँटकर कोरोना से निपटा जाए। हालाँकि इस पैटर्न को लागू करने की औपचारिक घोषणा तो नहीं की गई है, लेकिन माना जा रहा है कि इसको पूरे देश भर में अमल में लाया जाएगा।
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