संसद शुरू होने से पहले संसद के बाहर आज सरकार और विपक्ष आमने सामने है। विपक्ष यानी इंडिया जहां मणिपुर के मुद्दे पर प्रदर्शन के लिए जमा हो रहा है, वही भाजपा सांसद गांधी प्रतिमा पर राजस्थान, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल में बढ़ते अपराध पर प्रदर्शन कर रहे हैं। यानी मणिपुर के जवाब में भाजपा विपक्ष शासित राज्यों में अपराध को मुद्दा बना रही है। इस बीच मणिपुर पर सदन में चर्चा और प्रधानमंत्री से विस्तृत बयान की मांग को लेकर आज INDIA गठबंधन ने संसद के सामने प्रदर्शन किया। कांग्रेस ने कहा- मोदी सरकार मणिपुर पर चर्चा नहीं करना चाहती।
मणिपुर पर सदन में चर्चा और प्रधानमंत्री से विस्तृत बयान की मांग को लेकर आज INDIA गठबंधन ने संसद के सामने प्रदर्शन किया।
— Congress (@INCIndia) July 24, 2023
मोदी सरकार मणिपुर पर चर्चा नहीं करना चाहती। pic.twitter.com/egwfitmRLx
मणिपुर हिंसा को लेकर शुरू से ही लगातार व्यवधानों का सामना कर रहा संसद का मॉनसून सत्र आज सोमवार को फिर से शुरू होने वाला है, क्योंकि शुक्रवार को मॉनसून सत्र के दूसरे दिन विपक्षी दलों ने मणिपुर हिंसा पर नारेबाजी की और हंगामा किया। विपक्ष इस मुद्दे पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से संसद के अंदर बयान की मांग कर रहा है। भाजपा ने एक रणनीति के तहत अपने राजस्थान के सांसदों से राजस्थान में बढ़ते अपराध की घटनाओं पर प्रदर्शन कराना शुरू कर दिया है। भाजपा सांसदों ने पिछले हफ्ते प्रदर्शन किया था और आज 24 जुलाई को भी प्रदर्शन किया।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने द इंडियन एक्सप्रेस से कहा, "हमने एक मांग उठाई है। अब हम पीछे नहीं हट सकते. हम अब प्रधानमंत्री के बयान के बिना चर्चा के लिए सहमत नहीं हो सकते... हां, हम सभी चर्चा चाहते हैं... लेकिन यह भी सच है कि सदन को चलने दिया जाए।... क्योंकि यह चुनावी साल है... और सांसद अपने निर्वाचन क्षेत्रों और राज्यों के संबंध में मुद्दे उठाना चाहते हैं...।
20 जुलाई को मॉनसून सत्र शुरू हुआ था, जिसमें विपक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "सदन के अंदर" मणिपुर पर बयान देने की मांग की थी।
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