बच्चों से जुड़ा अश्लील कॉन्टेंट (चाइल्ड पोर्न) को लेकर फ़ेसबुक, गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और Yahoo! ने सख़्त क़दम उठाते हुए सौ से ज्यादा की-वर्ड्स को ब्लॉक करना शुरू कर दिया है। ये सोशल साइट्स अपने प्लेटफ़ॉर्म पर चाइल्ड पोर्नोग्रफ़ी और सेक्शुअल वायलेंस को रोकेंगी। इसे सुप्रीम कोर्ट ने चाइल्ड पोर्न पर रोक लगाने को लेकर आदेश दिया था।
चाइल्ड पोर्नोग्रफ़ी से जुड़े की-वर्ड्स को ब्लॉक करने को लेकर सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और गृह मंत्रालय ने सुझाव दिए थे। इस तरह के की-वर्ड्स को सर्च करने पर अब जो आप चाहते हैं वह नहीं दिखाई देगा। बल्कि इसके स्थान पर एक चेतावनी दिखाई देगी, जिसमें लिखा होगा कि यह कंटेंट क़ानून और प्लेटफ़ॉर्म की पॉलिसी के ख़िलाफ़ है।
इकॉनमिक टाइम्स में छपी ख़बर के मुताबिक़, सुप्रीम कोर्ट में इसे लेकर जनहित याचिका दायर करने वाली हैदराबाद के एनजीओ प्रज्वला की वक़ील अपर्णा भाट ने कहा, ‘इंटरनेट कंपनियों ने हालाँकि इन की-वर्ड्स को बैन करना शुरू कर दिया है लेकिन अभी इस पर पूरी तरह रोक नहीं लगी है। हमने इन की-वर्ड्स को इन प्लेटफ़ॉर्म पर डाल कर देखा है।’
प्रज्वला ने अपनी याचिका में कहा था कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और सर्च इंजन अपने प्लेटफॉर्म पर इस तरह के कंटेंट को अपलोड न करें। व्हाट्स ऐप ने कहा है कि वह यूजर्स की शिकायत के हिसाब से चाइल्ड पोर्नोग्रफ़ी से जुड़े की-वर्ड्स को ब्लॉक करने के लिए क़दम उठा रहा है।
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