अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के इस बयान पर कि चीन के साथ चल रहे सीमा विवाद को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अच्छे मूड में नहीं हैं, चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने तंज कसा है। प्रशांत ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा, ‘अब हम अपनी सभी चिंताओं को भूल सकते हैं क्योंकि ऐसा लगता है कि भारत सही मायने में वैश्विक स्तर तक पहुंच चुका है। अब हमारे पास अमेरिका के राष्ट्रपति हैं, जो दुनिया को हमारे प्रधानमंत्री के मूड के बारे में बता रहे हैं।’
भारत-चीन सीमा विवाद के मसले पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी कहा है कि चीन के साथ सीमा विवाद को लेकर केंद्र सरकार चुप क्यों है। राहुल ने कहा है कि संकट के इस समय में केंद्र सरकार की चुप्पी अटकलों और अनिश्चितता को हवा दे रही है। उन्होंने कहा है कि भारत सरकार को सामने आना चाहिए और देश के लोगों को साफ़-साफ़ बताना चाहिए कि वास्तव में हो क्या रहा है।
5 मई की शाम को लद्दाख में भारतीय और चीनी सैनिक आमने-सामने हो गए थे और इस दौरान धक्का-मुक्की भी हुई थी। उसके बाद से ही यह विवाद बढ़ता जा रहा है। उत्तराखंड में चीनी सीमा से लगने वाली वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर दोनों देशों के जवान बड़ी संख्या में तैनात हैं। लद्दाख में भी दोनों देशों के सैनिक तैनात हैं।
इसे लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने पहले भारत और चीन के बीच मध्यस्थता करने की बात कही थी। हालांकि भारत ने कहा है कि वह चीन के साथ बातचीत कर रहा है और सीमा विवाद को शांति के साथ सुलझाना चाहता है।
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