जब मनीष सिसोदिया की जमानत पर सुनवाई हो रही थी तो ईडी को यह दलील देनी पड़ी कि वह दिल्ली शराब नीति मामले में आम आदमी पार्टी यानी आप को आरोपी बनाएगा। दरअसल, ईडी को ऐसा इसलिए करना पड़ा क्योंकि मनीष सिसोदिया के मामले में सुनवाई के दौरान ईडी बार-बार यह दलील देता रहा है कि कथित घोटाले के रुपये पार्टी को दिए गए। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने पूछ लिया कि जब कथित घोटाले के रुपये पार्टी को दिए गए तो पार्टी आरोपी क्यों नहीं है।
इसी सवाल के जवाब में ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट को बताएगा कि वह कथित दिल्ली शराब नीति घोटाले में आम आदमी पार्टी को आरोपी बनाने जा रहा है। यह बात तब सामने आई है जब बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने जांच एजेंसी से यह स्पष्ट करने के लिए कहा था कि पार्टी को आरोपी क्यों नहीं बनाया गया।
दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की जमानत की मांग वाली याचिका पर बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हो रही थी। सिसोदिया ने दिल्ली हाई कोर्ट द्वारा याचिका खारिज किए जाने के बाद सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। दो न्यायाधीशों वाली पीठ की अध्यक्षता कर रहे न्यायमूर्ति संजीव खन्ना ने पूछा, 'जहां तक पीएमएलए का सवाल है, आपका पूरा मामला यह है कि यह एक राजनीतिक दल के पास गया। वह राजनीतिक दल अभी भी आरोपी नहीं है। आप इसका उत्तर कैसे देंगे? वह (सिसोदिया) लाभार्थी नहीं हैं, राजनीतिक दल लाभार्थी है।' सिसोदिया को 26 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था।
सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू से सवाल पूछा तो दोनों एजेंसियों की ओर से पेश हुए एएसजी ने कहा कि वह इस सवाल का जवाब तब देंगे जब अदालत गुरुवार को मामले की सुनवाई करेगी।
सिसोदिया की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता ए एम सिंघवी ने कहा कि एजेंसियाँ सिसोदिया को सह-आरोपी विजय नायर के साथ जोड़ने की कोशिश करने के लिए अस्पष्ट बयानों पर भरोसा कर रही हैं, लेकिन कोई विशेष आरोप नहीं है और पैसे का कोई लेन-देन नहीं है। सिंघवी ने तर्क दिया कि 'आरोप है कि विजय नायर को सिसोदिया का करीबी सहयोगी बताया जाता है। लेकिन यह साबित करने के लिए कोई सामग्री नहीं है कि वह मेरा एजेंट था। यह विभिन्न अस्पष्ट बयानों पर निर्भर है जिन्हें ट्रायल के दौरान साबित करना होगा। सिसोदिया के खिलाफ कोई विशिष्ट व्यक्तिगत आरोप नहीं है। अस्पष्ट आरोप यह है कि उन्होंने अपराध की में सहायता की। लेकिन पैसे का कोई लेन-देन नहीं है।'
इससे पहले बुधवार को आप नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह को दिल्ली शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उनके दिल्ली आवास पर 10 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ के बाद ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था।
अरविंद केजरीवाल ने संजय सिंह की गिरफ्तारी के बाद केंद्र सरकार की आलोचना की और कहा कि नरेंद्र मोदी आजादी के बाद से भारत के सबसे भ्रष्ट प्रधानमंत्री हैं। केजरीवाल ने कहा, 'आप एक कट्टर ईमानदार पार्टी है। हम सभी जानते हैं कि ईमानदारी की राह कठिन है। अगर हम उनकी तरह बेईमान हो जाएं तो हमारी सारी समस्याएं हल हो जाएंगी।'
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