ईडी ने मंगलवार को अरविंद केजरीवाल को आठवाँ समन भेजा है। एक दिन पहले ही दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने अदालती मामले का हवाला देते हुए ईडी के सातवें समन पर पेश होने से इनकार कर दिया था। केजरीवाल को कथित अवैध शराब घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी एक के बाद एक लगातार समन भेज रहा है।
केजरीवाल को पहली बार अक्टूबर 2023 में ईडी ने 2 नवंबर को पूछताछ के लिए पेश होने के लिए बुलाया था। इसके बाद 21 दिसंबर और इस साल 3 जनवरी, 18 जनवरी, 2 फरवरी, 19 फरवरी और 27 फरवरी को भी पेश होने के लिए समन दिया गया था। लेकिन वह अलग-अलग कारण बताते हुए ईडी के सामने पेश नहीं हुए।
केजरीवाल एक दिन पहले ही सोमवार को ईडी के सातवें समन पर भी केंद्रीय एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए। आप का कहना है कि जांच एजेंसी को केजरीवाल को बार-बार समन जारी करने के बजाय कोर्ट के आदेश का इंतजार करना चाहिए। पहले भी आप की प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा था कि जब ईडी पहले ही केजरीवाल के ख़िलाफ़ अदालत का रुख कर चुका है और सीएम 17 फ़रवरी को वर्चुअली अदालत में पेश हो चुके हैं। उन्होंने कहा है कि वह 16 मार्च को दोबारा पेश होंगे। आप प्रवक्ता ने कहा है कि इस मामले में जो भी फ़ैसला आएगा, हम उसे स्वीकार करेंगे। उन्होंने कहा कि ईडी को कोर्ट के फ़ैसले का इंतज़ार करना चाहिए।
ईडी उनसे दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति 2021-22 में कथित अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उनसे पूछताछ करना चाहती है।
प्रवर्तन निदेशालय के अनुसार, शराब व्यापारियों को लाइसेंस देने के लिए 2021-22 के लिए दिल्ली सरकार की उत्पाद शुल्क नीति से गुटबंदी हुई और कुछ डीलरों का पक्ष लिया गया, जिन्होंने कथित तौर पर इसके लिए रिश्वत दी थी।
इस मामले में आप के तीन वरिष्ठ नेताओं- पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, राज्यसभा सांसद संजय सिंह और आप संचार प्रभारी विजय नायर को ईडी पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
मनीष सिसोदिया को पिछले साल फरवरी में और संजय सिंह को अक्टूबर में उसी दिन गिरफ्तार कर लिया गया था जिस दिन उनसे पूछताछ की गई थी। आप ने पहले आरोप लगाया था कि ईडी अब केजरीवाल को भी इसी तरह से गिरफ्तार करना चाहती है।
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