दिल्ली हिंसा में लगातार हंगामे के बीच लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा है कि दिल्ली हिंसा पर चर्चा होली के बाद ही हो सकती है। ज़बरदस्त हंगामे के बीच लोकसभा अध्यक्ष ने यह बात कही है। उन्होंने कहा, 'आप सभी सहमत हुए हैं कि अध्यक्ष के फ़ैसले को स्वीकार करेंगे। सरकार चर्चा के लिए तैयार है। यह होली के बाद होगी।' लोकसभा अध्यक्ष का यह बयान दिल्ली हिंसा को लेकर संसद में बार-बार आने वाले व्यवधान को लेकर आया है। आज यानी मंगलवार को लगातर दूसरे दिन भी हंगामा हुआ और शोर-शराबे के कारण दोनों सदनों को बार-बार स्थगित करना पड़ा।
दिल्ली दंगे पर होली के बाद चर्चा कराए जाने के लोकसभा अध्यक्ष के इस फ़ैसले पर विपक्षी दल के सदस्यों ने ज़बरदस्त नाराज़गी जताई। उन्होंने कागज को गोल-गोल बनाकर अध्यक्ष की कुर्सी तरफ़ फेंके। कुछ सांसद तो सदन के वेल तक पहुँच गए। हंगामा इतना बढ़ा कि सदन को स्थगित करना पड़ा।
पहले लोकसभा और राज्यसभा, दोनों सदनों को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा था। बाद की कार्यवाही शुरू हुई तो भी हंगामा नहीं रुका। विपक्षी दल हिंसा रोकने में बीजेपी सरकार को विफल बता रहे हैं और नेताओं के भड़काऊ भाषण देने के लिए आलोचना कर रहे हैं। दिल्ली हिंसा में अब तक 47 लोगों की जानें गई हैं।
इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने पक्ष और विपक्ष के बीच स्थिति सामान्य करने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई थी और उन्होंने सांसदों को चेतावनी दी कि जो कोई भी कार्यवाही को बाधित करेगा उसे निलंबित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सहमति बनी थी कि गंभीर विषय आएगा तो प्रश्नकाल के बाद ही उस पर चर्चा होगी।
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