बॉलीवुड की दंगल गर्ल ज़ायरा वसीम ने क्या कट्टरपंथियों के दबाव में आकर फ़िल्म इंडस्ट्री को छोड़ दिया। ज़ायरा के इंडस्ट्री को छोड़ने के एलान के बाद से ही यह सवाल सोशल मीडिया और टीवी चैनलों पर जोर-शोर से पूछा जा रहा है। इसे लेकर बहस छिड़ गई है और लोग इसे लेकर दो ख़ेमों में बँटे हुए हैं। कुछ का कहना है कि यह कट्टरपंथियों के दबाव का नतीजा है जबकि कुछ का कहना है कि यह ज़ायरा का निजी फ़ैसला है और किसी को भी इसमें दख़ल नहीं देना चाहिए।
पहले जानते हैं कि ज़ायरा ने क्या कहा। ज़ायरा ने अपने फ़ेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट पर लिखा है कि बॉलीवुड का काम उनके धर्म के रास्ते में आड़े आ रहा है। ज़ायरा ने कहा है कि हालाँकि मैं यहाँ फ़िट हो सकती हूँ लेकिन फिर भी यह जगह मेरे लिए नहीं है।
18 साल की ज़ायरा ने पोस्ट में लिखा, ‘पाँच साल पहले मैंने एक फ़ैसला लिया जिसने मेरी जिंदगी हमेशा के लिए बदल दी। मैंने जैसे ही बॉलीवुड में अपने क़दम रखे, इससे मुझे ख़ूब लोकप्रियता मिली। मेरी पहचान युवाओं के रोल मॉडल के तौर पर होने लगी।’ ज़ायरा ने लिखा, हालाँकि मैं कभी भी ऐसा करना या बनना नहीं चाहती थी। ज़ायरा ने इस बात को स्वीकार किया कि काम की वजह से मिली पहचान से वह ख़ुश नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘यहाँ मुझे ढेर सारा प्यार, सहयोग मिला लेकिन इसने मुझे अज्ञानता के रास्ते पर धकेल दिया क्योंकि मैं ‘ईमान' के रास्ते से भटक गई थी। चूँकि मैं लगातार मेरे 'ईमान' के बीच आने वाले माहौल में काम कर रही थी इसलिए मेरे धर्म के साथ मेरा रिश्ता ख़तरे में पड़ गया था।’
ज़ायरा के पोस्ट लिखते ही सोशल मीडिया और टीवी पर संग्राम छिड़ गया। अभिनेत्री रवीना टंडन ने ट्वीट किया, ‘इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि वे लोग जिन्होंने केवल 2 फ़िल्मों में काम किया है, इस बात के लिए इंडस्ट्री के शुक्रगुजार नहीं है कि उन्हें यहाँ से क्या-क्या मिला है। उम्मीद करिए कि ऐसे लोग यहाँ से शांति के साथ निकल जाएँ और अपनी पिछड़ी सोच को ख़ुद तक ही सीमित रखें।’ रवीना के ट्वीट पर भी बहुत सारे लोगों ने अपनी राय रखी।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर कहा, ज़ायरा वसीम की पसंद पर सवाल उठाने वाले हम कौन होते हैं? वह जैसे चाहती हैं वैसे अपनी जिंदगी जी सकती हैं। मैं बस उन्हें शुभकामनाएँ दूँगा और उम्मीद करता हूँ कि वह जो भी करें उससे उन्हें ख़ुशी मिले।'
मशहूर लेखिका तसलीमा नसरीन ने ज़ायरा के फ़ैसले को बेवकूफ़ी भरा बताया। तसलीमा ने ट्वीट किया, 'बॉलीवुड की टैलेंटेड अभिनेत्री ज़ायरा वसीम अब एक्टिंग करियर छोड़ना चाहती हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि उनके करियर ने अल्लाह में उनके विश्वास को ख़त्म कर दिया है। क्या अजीब सा फ़ैसला है। मुसलिम समुदाय की कई प्रतिभाएँ इसी तरह बुर्के के अंधेरे में जाने को मजबूर हैं।'
बता दें कि फ़िल्म ‘दंगल’ से ज़ायरा के बॉलीवुड करियर की शुरुआत हुई थी। इसके बाद ज़ायरा को नेशनल अवार्ड भी मिला। 2017 में ज़ायरा ने ‘सिक्रेट सुपरस्टार’ नाम की फ़िल्म भी की। इस फिल्म में ज़ायरा बुर्का पहने हुए गाना गाने वाली लड़की के रूप में दिखीं और जल्द ही सुपरस्टार बन गईं।
कुछ लोगों का यह भी कहना है कि ज़ायरा का यह क़दम एक पब्लिसिटी स्टंट हो सकता है क्योंकि उनकी 'स्काई इज पिंक' फ़िल्म रिलीज होने वाली है।
हाल ही में ज़ायरा उस वक़्त चर्चा में आईं थीं, जब उन्होंने एक शख़्स पर फ़्लाइट में उनके साथ बदतमीजी करने का आरोप लगाया था। ज़ायरा ने उस शख़्स का वीडियो और फ़ोटो अपने इंस्टाग्राम पर भी शेयर किया था। बाद में पुलिस ने उस शख़्स को गिरफ़्तार कर लिया था। इसके बाद ज़ायरा को इंटरनेट पर काफ़ी लोगों ने यह कहते हुए ट्रोल किया था कि ज़ायरा सेलेब्रिटी होने का फायदा उठा रही हैं।
कट्टरपंथियों ने दी थी धमकी
‘दंगल’ की शूटिंग के दौरान सामने आईं कुछ तसवीरों में ज़ायरा के बाल कटे हुए थे। कई मुसलिम कट्टरपंथियों ने इसे इस्लाम के ख़िलाफ़ बताया था। मुसलिम कट्टरपंथियों को उनके छोटे कपड़े पहनने को लेकर भी एतराज था।
ज़ायरा को जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती से मिलने पर भी अलगाववादियों की धमकियों का शिकार होना पड़ा था और उन्हें फ़ेसबुक पर माफ़ी माँगनी पड़ी थी। हालांकि इस मामले के तूल पकड़ने पर उन्हें ये फ़ेसबुक पोस्ट डिलीट भी करनी पड़ी थी। तब अलगाववादियों की तरफ़ से जायरा और उनके परिवार को जान से मारने की धमकी दी गई थी। ज़ायरा ने जब बॉलीवुड को छोड़ने का फ़ैसला कर ही लिया है तो हो सकता है कि यह ऐसे ही कट्टरपंथियों के दबाव का नतीजा हो। लेकिन अंत में इसे ज़ायरा का निजी फ़ैसला बताकर ही छोड़ना सही होगा।
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