चक्रवाती तूफान जवाद आज ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाक़ों से टकराएगा। इसे लेकर एनडीआरएफ़, एसडीआरएफ़, पुलिस और कई महकमों के अफ़सर अलर्ट पर हैं। आंध्र प्रदेश में समुद्र के किनारे बसे कई गांवों को खाली करा लिया गया है। मौसम विभाग ने कहा है कि इसके असर से ओडिशा, आंध्र प्रदेश सहित बंगाल में भी आज और आने वाले कुछ दिनों तक भारी बारिश हो सकती है।
ओडिशा के पुरी में शनिवार सुबह से बारिश हो रही है। पर्यटकों से कहा गया है कि वे समुद्र तट को छोड़कर दूर चले जाएं।
आंध्र प्रदेश सरकार ने तीन जिलों श्रीकाकुलम, विजयनगरम और विशाखापत्तनम से 54 हज़ार से ज़्यादा लोगों को दूसरी जगहों पर भेज दिया है। सरकार ने किसी भी आपात स्थिति से निपटने की पूरी तैयारियां की हैं और 1 करोड़ रुपये की राशि भी जारी कर दी है।
केंद्र सरकार ने भी जवाद तूफान को लेकर बैठक की है और गृह मंत्रालय भी हालात पर नज़र रख रहा है। रेलवे ने एहतियात के तौर पर कई ट्रेनों को रद्द कर दिया है।
बीते कुछ महीनों में देश में कई राज्यों में जबरदस्त बारिश हुई है और जान-माल का नुक़सान भी हुआ है। इन राज्यों में उत्तराखंड, कर्नाटक, तमिलनाडु आदि शामिल हैं।
लगातार आ रहे तूफान
इस साल मई में चक्रवाती तूफान यास भी ओडिशा के तटीय इलाक़ों से टकराया था और इससे कई इलाक़ों में तेज़ बारिश हुई थी। पश्चिम बंगाल के दीघा में भी कई घरों में पानी घुस गया था। मई में ही आए चक्रवाती तूफ़ान 'ताउते' ने महाराष्ट्र में कई लोगों की जान ले ली थी। जून में चक्रवाती तूफ़ान निसर्ग महाराष्ट्र से गुजरा था। इस दौरान मुंबई के कई इलाक़ों में तेज बारिश हुई थी। सितंबर में गुलाब नाम का चक्रवात भी उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश से टकराया था।
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