कोरोना का संक्रमण बहुत तेज़ रफ़्तार के साथ फैलता जा रहा है। बीते 24 घंटों में संक्रमण के 89,129 नए मामले सामने आए हैं और यह पिछले साल 20 सितंबर के बाद का सबसे बड़ा आंकड़ा है। 20 सितंबर को कोरोना के 92,605 मामले सामने आए थे।
गुरूवार को कोरोना संक्रमण के 81,466 मामले सामने आए थे। इससे साफ है कि हालात भयावह हैं और छोटी सी लापरवाही भी बहुत भारी पड़ सकती है। बीते 24 घंटों में 714 लोगों की मौत हुई है जबकि पिछले दिन यह संख्या 469 थी। इससे यह भी साफ है कि न सिर्फ़ संक्रमण बढ़ रहा है बल्कि इससे मौतें भी ज़्यादा हो रही हैं।
भारत में अब तक कुल 1,23,92,260 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं जबकि 1,64,110 लोगों की मौत हो चुकी है। भारत में कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या 6,58,909 हो गई है।
केंद्र सरकार ने शुक्रवार को हालात की गंभीरता को देखते हुए 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के अफ़सरों के साथ बैठक की थी। इन राज्यों में महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक, केरल, छत्तीसगढ़, चंडीगढ़, गुजरात, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, दिल्ली और हरियाणा शामिल थे। सरकार ने कहा था कि हालात बेहद गंभीर हैं और इन राज्यों से संक्रमण के 90 फ़ीसदी मामले सामने आ रहे हैं।
लग सकता है लॉकडाउन: ठाकरे
महाराष्ट्र में संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि यदि स्थिति ऐसी ही बनी रही तो लॉकडाउन लगाने से इनकार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा है कि कोरोना को नियंत्रित करने के लिए हर रोज़ ढाई लाख आरटी पीसीआर टेस्ट करने का लक्ष्य रखा गया है। इस बीच राज्य में शुक्रवार को संक्रमण के 47 हज़ार 827 मामले रिकॉर्ड किए गए हैं। राज्य में यह अब तक का सबसे बड़ा आँकड़ा है। ठाकरे ने शुक्रवार को ही राज्य में कोरोना की स्थिति को लेकर समीक्षा बैठक की और देर शाम को राज्य के लोगों को संबोधित किया। मुंबई में भी बीते 24 घंटों में 8,648 मामले सामने आए हैं। राज्य के पुणे, नागपुर जैसे शहरों में हालात गंभीर हो रहे हैं।
दिल्ली में बीते दिन 3,594 मामले सामने आए, जो इस साल का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इसके अलावा तमिलनाडु में 3,290 केस दर्ज किए गए।
डॉ. गुलेरिया ने चेताया
कोरोना संक्रमण की तेज होती रफ़्तार के बीच दिल्ली, एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने लोगों को चेताया है। डॉ. गुलेरिया ने कहा है कि हालात बेहद गंभीर हैं और अगर कोरोना से बचने के लिए ज़रूरी एहतियात नहीं बरते गए तो देश में एक बड़ा संकट खड़ा हो सकता है। टाइम्स ऑफ़ इंडिया (टीओआई) के मुताबिक़, डॉ. गुलेरिया ने कहा, “भारत में कोरोना संक्रमण की पहली लहर के दौरान 70 हज़ार मामले आने में कई महीने लगे लेकिन इस बार हम इस लहर को तेज़ी से बढ़ते देख रहे हैं। ऐसे ही हालात दिल्ली में भी बन रहे हैं।”
डॉ. गुलेरिया ने कहा कि अगर हम हालात पर अभी नियंत्रण नहीं करते हैं तो फिर बाद में हमारे लिए इसे संभालना बेहद मुश्किल होगा। उन्होंने कहा कि अस्पताल भर सकते हैं और दिल्ली में कोरोना बेड्स की मांग 200 फ़ीसदी तक बढ़ गई है।
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