अब गुजरात में भी कोरोना वायरस से एक व्यक्ति की मौत का मामला सामने आया है। इसके साथ ही देश में कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़कर सात हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में मरीजों की संख्या बढ़कर 341 हो गई है। इसके साथ ही केंद्र सरकार ने राज्यों को सलाह जारी की है कि उन 75 ज़िलों को लॉकडाउन कर दिया जाए जहाँ-जहाँ कोरोना पॉजिटिव मामले आए हैं। लॉकडाउन का मतलब है कि चिकित्सा व मेडिकल जैसी ज़रूरी सेवाओं को छोड़कर, बाक़ी सारी सेवाएँ और प्रतिष्ठान बंद कर दिए जाएँगे।
देश में कोरोना वायरस का असर तेज़ी से बढ़ने लगा है और इस हिसाब से मरने वालों की संख्या भी बढ़ रही है। रविवार को गुजरात में 69 साल के एक व्यक्ति की मौत हो गई। इससे पहले आज ही ख़बर आई कि बिहार और महाराष्ट्र में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई है। महाराष्ट्र में अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा कर्नाटक, दिल्ली और पंजाब में भी एक-एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है।
बिहार में जिनकी मौत हुई
वह 38 साल के थे और उनका किडनी फ़ेल हो गया था। जाँच रिपोर्ट में वह कोरोना वायरस से पॉजिटिव पाए गए। वह मुंगेर के रहने वाले थे और उनको पटना एम्स में भर्ती कराया गया था। पटना एम्स के डॉ. प्रभात कुमार सिंह ने 'एएनआई' से कहा कि उनकी मौत शनिवार को हुई और वह दो दिन पहले कोलकाता से लौटे थे। एक अन्य रिपोर्ट में कहा गया है कि वह हाल ही में कतर की विदेश यात्रा से लौटे थे। हालाँकि महाराष्ट्र में जिनकी मौत हुई है
वह 63 साल के थे। उन्हें एचएन रिलायंस हॉस्पिटल में 19 मार्च को कोरोना से संदिग्ध लक्षण दिखने पर भर्ती कराया गया था। उनको डायबिटीज़, हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट की बीमारी थी। उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।
बता दें कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए 'जनता कर्फ्यू' के तौर पर रविवार को भारत में लॉकडाउन जैसे हालात हैं। प्रधानमंत्री मोदी की अपील पर रविवार सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक 'जनता कर्फ्यू' है। लोगों को घर से बाहर नहीं निकलने को कहा गया है। लोगों के घर पर ही रहने से संक्रमण को फैलने से रोकने में मदद मिलने की उम्मीद है। इस दौरान ज़रूरी होने पर ही घर से बाहर निकलने की सलाह दी गई है। चिकित्सा व मेडिकल जैसी ज़रूरी सेवाएँ ही जारी हैं, बाक़ी सारे प्रतिष्ठान बंद हैं।
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